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________________ २७ शब्द शब्द लट्ठ शरभ संबाह पत्र-सुनांक १३-९७ १०-७० लष्ट ८-५७ लासक १३-९७ लिप्त १३-९७ लेच्छकिन् लोणासायण १८-२५१ वक्षःसूत्र वद्माण १५-१११ बन वनषण्ड ११-८४ वर्ण १२-९५ बवणीय १२-९२ बंजण ७--५३ वागरण २-९ वाघारिय १९-२५६ वारए वाहन ११-८६,१४-१११ विजयवैजयिक १३--९७ विज्ञान २-७, ६-५२ वितत ४-१४ वियडग १८-२४१ वियडगिह १९-२५७ वियावत्त १६-१२० विसाएमाण वीणिक १३-९७ बोसाथ २-६, ६-५१ वेच्छीसुत्त ९-६२ वेलम्बकप्लवक १३-९७ शब्द पत्र-सूत्रांक पत्र-सूत्रांक वेष्टिम ९-६२ सहस्सख ३-१३ वैकलिकासूत्र ९-६२ संखाण २-९ वोच्छिन्न १३-९२ संखादत्ति १८-२५१ व्याल १०-६३ संखिय संघातिम ९-६२ शक्षिका ३-१४ संतरुत्तर १९-२५६ . १०-६३ संपुण्ण १२-९२ शान्त १५-११६ ११-८४ शान्तिगृह ११-८४ संबोक्कावर्त २०-२७२ शिक्षा २-९ संसेइम १८.२४६ शिबिका १४-१११ सारए २-९ शिला ११-८६, १५-१११ सार्थवाह शिलाप्रवाल ११-८६,१५-१११ सिक्खाकप्प शिव ६-३३, १४-११० सिंघाड्य ११-८४ १३-९७ सुद्धरियड शैलगृह ११-८४ सुवर्ण ११-८६, १४-१११ श्रेष्टिन् ९-६२ सेउय . ११-८४ सद्वितंत २-९ सेनापति ९-६२ सतक्कतू ३-१३ सोवीर १४-२४८ सत्कारित १०-६६ सौमनसिता २-६,६-५२ सन्धिपाल ९-६२ स्थितिपतिता १४-९९ सन्निवेश ११-८४ स्यन्दमानिका १४-१११ सन्निहिसनिचय १०-८४ हरतनु २०-२७३ सपडिदुवार १९-२५९ ८-६२, ४-१५ सभा ११-८४ हिरण्य सम्म २१-२८६ १२-९५, १४-१११ सम्म १७-२२५ हृष्ट २-६,६-५२ सम्माणिय १२-९२ हृष्टतुष्ट २-६, ६-५२ सयपाग ८-६९ होरंभ ४-१४ "Aho Shrut Gyanam"
SR No.009667
Book TitleAgam 35 Chhed 02 Bruhatkalpa Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyavijay, Bechardas Doshi
PublisherSarabhai Manilal Nawab
Publication Year1960
Total Pages468
LanguagePrakrit, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & Paryushan
File Size21 MB
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