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श्रीमद्राजचन्द्रजैनशास्त्रमालायां अयोगव्यवच्छेदिकाके शब्दोंकी सूची (६)
श्लोक
१
द्वेष
नय
अगम्य अधिदेवता अध्यात्म अनाप्त अनेकान्त अपक्षपात अमूढ अवघोषणा अवाच्य अविद्या असर्ववित्
नवपंडित निबंध नृशंस
पक्षपात पथ्य परतीर्थनाथ परमाप्त परोक्ष पर्यक
आगम आर्जव आप्तत्व
भगवन् भवक्षय
उपाधि
३२
मद
किंकर कुवासना कुमार्ग
कृपालु क्रोध
मनोभव माध्यस्थ्य मान मांसदान मुद्रा मोक्ष
२०,२७
खद्योत
मोह
जगदीश जिनवर जिनेन्द्र
युग
युगांतर योग
तत्त्वालोक
योगिन्
तप
तपस्विन्
राग
दुःषमा देशनाभूमि