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परिशिष्टम्-२ श्रीधर्माचार्यबहुमानकुलक-मूलवृत्त-अ-कारादिक्रम-सूचिपत्रम् । क्र. वृत्तम् वृत्त क्र. पृष्ठ क्र. क्र. वृत्तम् वृत्त क्र. पृष्ठ क्र. १ | अप्पसुएवि सुहेसी
| जस्स गुरुम्मि न भत्ती
११७ | आराहणाओ गुरुणो |१९ जा काओ रिद्धीओ
१५३ ३ | एयं कहं कहंतो न
२० जुत्ताजुत्तवियारो
३७२ ४ | एयं चिय जाणमाणा
जुत्तं चिय गुरुवयणं
२०८ | एयं पि हु मा जंपह
जेण न अप्पा ठविओ
३६१ | एयंपि हु सोऊणं
२३ | जोग्गाजोग्गसरूवं
२६६ | एसा च्चिय परमकला
|२४ नमिउं गुरुपयपउमं ८ | एसो सयावि मग्गो
| पच्चक्खमह परोक्खं ९ | काउं गुरुं पि कज्जं
| परलोयलालसेणं
३६१ १०| कंडुयणनिट्ठिवण
|२७| मा चिंतह पुण एवं
२८६ ११ किं ताए रिद्धीए
२८ मा पुण एगं पुच्छिय १२| गरुयगुणेहिं सीसो
२९ रयणपरिक्खगमेगं १३| गुरुणो नाणाइजुया
वक्कजडा अह सीसा १४ | गुरुपायरंजणत्थं
| समयाणुसारिणो जे गुरुणो १५ चक्कित्तं इंदत्तं
साहूण साहुणीणं १६] जइ कुणइ उग्गदंड
सिरिधम्मसूरिपहुणो १७, जलपाणदायगस्स वि
३४ | सो च्चिय सीसो सीसो
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२४३ २९६ ३२४
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