________________ चबूतरे पर बैठने की विधि प्रभुजी अथवा मंदिर की ओर पीठ न रहे, इस प्रकार बैठना चाहिए। * रास्ता अथवा सीढी छोड़कर एक ओर मौन धारण कर बैठना चाहिए। आँखें बंद करमन में तीन बार श्री नवकार मन्त्र का जाप कर हृदय में प्रभुजी का दर्शन करना चाहिए। मेरा दुर्भाग्य है कि प्रभुजी को छोड़कर घर जाना पड़ रहा है, ऐसा भाव रखकर खड़ा होना चाहिए। (108)