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पृष्ठांक.
५२१
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.५२९ ५३०
चरकसंहिता- ... विषय.
पृष्टांक,
विषय... आमविषका वर्णन
५१८
५. स्रोतोंका वर्णन । साध्यामकी चिकित्सा
स्रोतोंका वर्णन
५४८ विषचिकादि आमदोषकी चिकित्सा ५१९
दूपित उदकवाही स्रोतके लक्षण आहारपचनेका स्थान
५२०
दूषित अन्नवाही स्रोतके लक्षण ३, जनपदोद्ध्वंसनीय विमान !
रसवहादिलोतोंका वर्णन पुनर्वसुका प्रस्ताव
मूत्रवाही स्रोतोंके लक्षण अग्निवेशका प्रश्न
५२३ पुरीपवाही स्रोतोंके लक्षण आत्रेयजीका उत्तर
स्वेदवाही स्रोतोके लक्षण ५५२ वातको अनारोग्यत्व
शरीरघात्ववकाशोंके नाम जलको अनारोग्यत्व
५२४ प्राणवाही स्रोतोंके दूपित होने का कारण५५३... देशको अनारोग्यत्व
उदकवाही स्रोतोंके दूपित होनेका कारण,, कालको अनारोग्यत्व
५२५ अन्नवाही स्रोतों दूपित होनेका कारण,, जनपदोद्ध्वंसकारी भावोंकी चिकित्सा ५२६ रक्तवाही स्रोतों दूषित होनेका कारण,, आभिवेशका प्रश्न
५२८ रसवादी स्रोतोंके दूषित होनेका कारण ५५४ आत्रेयका उत्तर
मांसवाझी खातोंके दूपित होनेका कारण,, युद्धका कारण
भेदोवाही स्रोतोंके दूषित होनेका कारण,, अभिशापका हेतु
अस्थिवाही स्रोतोंके दूषित होनेका कारण, संसारमें अधर्मके आनेकाक्रम
मजावाही स्रोतोंके दूपित होनेका कारण,, कर्मोंका वर्णन
शुक्रवाही स्रोतोंके दुपित होनेका कारण५५५ कर्मके भेद
मूत्रवाही स्रोतोंके दूषित होनेका कारण ,, आयुके नियतानियतं पर विचार ५३४ वोंके स्रोतोंके दूपित होने का कारण , अग्निवेशका प्रश्न
५३७ स्वेदवाही स्रोतों दूषित होने का कारण,, काल तथा अकाल मृत्युका वर्णन
अन्यकारण अग्निवेशका प्रश्न
खेतोंकी आकृति
. ५५६ ज्वरमें उष्णजलका विधान
दूपित स्रोतोंकी चिकित्साका विधान ,, उष्णजलके गुण
५३९
६. रोगानीक विमान । । अपतपणके भेद लंघनपाचनके गुण
रोगोंके विभाग दोषावसेचनके गुण
रोगोंको संख्यासंख्येयत्व ५५८ अयोग्य रोगांके लक्षण
५४२ दोषोंका वर्णन
५५९ ४. त्रिविध रोग विशेष विज्ञानीय
दोषोंका विविधकोप
५६० अनुबन्धानुबन्ध भेद विमान।
सन्निपातादि दोषभेद रोग विशेपज्ञानके भेद
आमिसेद आप्तोपदेशका लक्षण
दोषोंकी साम्यावस्था या प्रकृति ५६२ प्रत्यक्ष आर अनुमान
५४३. प्रत्यक्षज्ञानका लक्षण ।
चार प्रकारके अन्न प्रणिधान अनुमानज्ञानका लक्षण , ५४५
वातप्रकृतिक रोग अन्म अनुमान शेयभावोंका वर्णन ५४६ वायुके जीतनेका उपाय
५६५
५३८
पY.
५६१
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५४४