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पृष्ठांक
(२०)
चरकसंहिताविषय..
पृष्ठांक,
विषय. भव्यके गुण
प्याजके गुण
३४७ कचे फोंके गुण
लहसनके गुण पके आरुकके गुण -
मद्यवर्ग पालेवतके गुण
सुराके गुण
३४७ । खम्भारतूद
मदिराके गुण
३४८ टंकके गुण
जगलमद्यका गुण यिल्वके गुण
३४०
आरिष्टके गुण आमके गुण
शर्करामद्यके गुण
३४८ जामुनके गुण
पक्वरसके गुण बेरके गुण
शीतरपिकका गुण गंगेरी करील बिम्बी तोदन धिन्वन:३४१
गौडके गुण खिरनी, नसकेला चिरौंजी
सुरासबके गुण लवलोक गुण
घातक्यासवके गुण कदम्बादिके गुण
मधुके गुण गोंदीफल आदिका गुण
जौ, गेंहू भादिका मद्य ... ... ३५० आंवलका गुण
सौवीर और तुषोदकके गुण बहेदेके गुण
अम्लकांजिकके गुण अनारका गुण
नवीन और पुराने मद्यके गुण वृक्षाम्लक गुण ,
जलवर्ग। अमलवेत तथा पिंजौरेके गुण
दिव्य जलको षड्गुणत्म
३५१ नारंगीके गुण
३४३
पात्रभेदसे जलभेद बादामादिके गुण
ऐन्द्रजलका गुण
३५२ पियालके गुण
ऋतुभेदसे जलके गुण अंकाटके गुण
हिमालयकी नदियोंके गुण ३५३ कंजेके गुण
मलयाचलकी नदियोंका गुण पिचपापडाका गुण
पश्चिमकीओर बहनेवाली नदियोंका गुण,, मिलावेकी गुठलीके गुण
अन्यनदियोंका जल
वर्षाती नदियोंका जल . हरित वर्ग।
पादि जलके गुण पदरख-सौंठके गुण
वर्जित जल जंभीरीक गुण
दुग्धवर्ग। . मूलीके गुण तुळसीके गुण
गोदुग्धके गुण
३५४ अजवायन आदिके गुण
भैसके दूधके गुण गण्डीरादिके गुण
ऊंटनांक दूधका गुण भूतृणके गुण
घोडी आदिके दूधका गुण धनिये आदिके गुण
बकरीके दूधका गुण गाजरके गुण
भेट तथा हस्तिनीके दूधका गुण
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३५४
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