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था अने दुःखी करनार स्त्री होय छे. सदरहु उपर वर्णवेला चिन्होमांथी मेकाद चिन्ह पण होय छे तो ते प्रमाणे फल आपे छे.
ग्रहोनुं वर्णन.
करतलमां अंगुठाथी आंगली ( अनामिका ) नी नीचे सूर्यनुं स्थान छे. करतलमा पुर्वनी बाजुओ जेटले हेल्ली पांचमी आंगठी ( कनिष्टिका ) -नी ठेठ नीचे मणिबंध नजीक चंद्रनुं स्थान छे. मंगळना बे स्थान बतावेलां छे. अक बुधना स्थाननी नीचे अने बीजुं शुक्रना स्थान उपर गुरुना स्थान नीचेनां भागमां मंगळनुं स्थान छे; कनिष्टिकानी नीचेना भागमां बुधनुं स्थान छे; अंगुठा जोडेनी बीजी आंगली ( तर्जनी ) नी नीचे गुरुनुं स्थान छे; अंगुठानी नीचे मणिबंधनी उपर शुक्रनुं स्थान छे; त्रीजी आंगली ( मध्यमा ) नी नीचे शनिनुं स्थान छे. आ प्रमाणे दरेक ग्रहोनां स्थान नियमीत जोबाय छे, जोवानी रीत ओवी छे के बतावेला भागो डंच्या अने मजबुत जणाय तो ते ग्रहो बलवान होय; सारा स्थानमां होय केन्द्र के त्रिकोणी होय, मित्रक्षेत्री होय अने सारूं फळ आपे छे. बेसी गयेलो भाग होय अथवा नरम भाग के खडत्रचडो होय तो निर्बली होय, खराब स्थानमा पड्या होय अने शत्रु क्षेत्री होय ते खराब फळ आपे छे. ते ग्रहोना स्थान उपर कोसनुं चिन्ह सारूं गणेलं, नक्षत्रनुं चिन्ह पहेली अवस्था माटे सारूं अने पाछळथी खराब फल आपे छे, जब ( टापु ) खराब फळ आपे छे, त्रिभुजनुं चिन्ह केटलीक वखते सारू अने केटलीक वखते खराब पण फल आपे छे. चोखंडे ( स्कवेर ) नुं चिन्ह दुःखी करे निर्धन बनावे, अनेक संकटो आपे छे, बिंदुनुं चिन्ह होय तो बेइज्जत करे, नुकशानीओ करावे, कुटुंबधी दुःखी करे छे, जालीजाली जेवुं ( ग्रील्स ) नुं चिन्ह होय तो दुष्कर्म करावनार, व्यभीचार करावनार, दुष्ट स्वभाव, नीच काम करनार, स्वछंदी, दुराचारी, उडाउ, व्यसनी होय छे. आ प्रमाणे ग्रहोनुं रक्षण छे तेमां पण कंइक तफावत दर्शावेलो छे. जुदा जुदा ग्रहो उपर जुदां जुदां चिन्ह, तल के लक्षण होय ते प्रमाणे केटलोक विचार
"Aho Shrutgyanam"