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________________ क्रिया-कोश ०३ विभिन्न भाषाओं में क्रिया शब्द के विभिन्न अर्थ .०३.१ प्राकृत भाषा में 'किरिया' शब्द के अर्थ :(क) संज्ञा-सामान्यार्थ- क्रिया, कृति, व्यापार, प्रयत्न ( पाइअ० ) करण, कर्म ( अभिधा० ) (ख) संज्ञा-विशेषार्थ-शिक्षा ( अभिधा० ) (ग) संज्ञा-पारिभाषिकार्थ धर्म-शास्त्रोक्त अनुष्ठान, धर्मानुष्ठान, ( पाइअ०), पूजा ( अभिधा०) दर्शन-सावध व्यापार (पाइथ०), आरम्भ (अभिधा०) निष्कृति (अभिधा०) विज्ञान-परिस्पन्दन, गति, (भग० श ३। उ। प्र १०! पृ० ४५६ ) .०३.२ पाली भाषा में किरिया' शब्द के अर्थ :-- (क) संज्ञा--सामान्यार्थ—कार्य, करना, कृत कार्य, करण । (ख) संज्ञा-विशेषार्थ-प्रतिज्ञा, वचनबद्धता, उद्देश्य । न्याय ( Justice )। (धर्म ) व्रत, समर्पण । (ग) संशा-पारिभाषिकार्थ । दर्शन--कार्य जो निष्फल हो, अकारण, स्वान्त कार्य, पश्चात्फल (नस्थिकिरियंनास्ति पश्चात्फलं )। (प) विशेषणअर्थ-भेद रहित करना, असीमित, व्यर्थ । -पाली आंग्ल कोश-रीस डेविडस ०३.३ संस्कृत भाषा में क्रिया शब्द के अर्थ: (क) संज्ञा-सामान्यार्थ-कार्य करना, कर्म, चेष्टा, श्रम । (ख) संज्ञा--विशेषार्थ-उपाय, शिक्षा, कला, ज्ञान, अभ्यास, कृति । (ग) संज्ञा-पारिभाषिकार्थ--( आयुर्वेद ) चिकित्सा, उपचार । (धर्म) प्रायश्चित, श्राद्ध, पूजन, अनुष्ठान, नित्य नैमित्तिककर्म, मृतक-आत्येष्टिक कर्म । (विज्ञान) गति । (दर्शन)-वैशेषिक सप्तगतियाँ । ( न्यायालय )-विचार । (न्यायशास्त्र)-सिद्ध करना । -आप्ते० "Aho Shrutgyanam"
SR No.009528
Book TitleKriya kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Banthia
PublisherJain Darshan Prakashan
Publication Year1969
Total Pages428
LanguageSanskrit
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size9 MB
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