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॥श्री शंखेश्वरपार्श्वनाथाय नमः॥ ॥ श्री पद्म-जीत-हीर-कनक-देवेन्द्र-कलापूर्णसूरि गुरुभ्यो नमः॥
है प्रभुजी! मुझे नरक नहीं जाना !
सचिन नरक यातना का वर्णन, हिंसादि महापापो के कटु विषाको की विस्तृत माहिति
प.पू. अध्यात्मयोणी आचार्यदेव श्रीमद विजय कलापूर्णसूरीश्वरजी म.सा. के शिष्यरत्त ।
पू. गणिवर श्री विमलप्रभविजयजी म.सा. |