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जिसका भला होनहार नहीं होता उसको सम्यक् उपदेश नहीं रुचता, उसे तो उल्टा ही दिखता
गुणी के मोक्ष होता ही है।
VIVO
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शोक करना दुःखदायी
KIVI
पात्रदानादि।
धर्म कार्यों में लगकर सम्यक्त्वादि गुणों को हुलसायमान करने वाली लक्ष्मी ही सफल है।
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