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श्री नवकार महामंत्र कल्प
॥ सरस्वती मन्त्र ॥
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ॐ ॐ' सि. आ. उ. सा नमोई वाचिनी, सत्यवाचिनी वाग्वादिनी वद वद् मम चाचया, ही सत्य हि सत्य यहि सत्य वद सत्य वद अस्खलितप्रचार तदेव मनुजासुरसहसी हो अर्ह अ. सि. आ. ७. सा. नमः स्वाहा ॥४२॥
यह मंत्र सरस्वती देवीकी आराधनाका है इस मंत्र द्वारा श्रीमान् वप्यभट्टसूरिजी महाराजने सरस्वती देवीको प्रसन्न की थीं, इस भत्रका एक लाख जाप करने से सिद्ध होता है ।
॥ शांति दाता भव ॥
ॐ अ अ. सि. आ. उ. सा. नमः ॥४३॥ इस मनका नित्य स्मरण करनेसे शान्ति होती है गृह कलह आदिका नाश होता है, और सम्पत्ति आती है ।
॥ मंगल मंत्र ॥
ॐ अ. सि आ. प. सा. नमः ॥४४॥