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श्री नवकार महामंत्र-कल्प __ द्रव्यप्राप्ति, सम्पत्ति, शांति, सौभाग्य आदि कार्योंमें सफेद आसन सफेद वस्त्र और सफेद माला व पूर्व दिशाकी तरफ मुख करके बैठना चाहिए । कष्ट निवारणके लिये उत्तर दिशाकी तरफ मुख करके वैठना और लाल आसन लाल वस्त्र लाल ही माला लेना चाहिए । मारण उच्चाटन आदि कर कार्यमें भी लाल वस्त्र आदि काममें आते है और उत्तर दिशा पश्चिम दिशा व दक्षिण दिशाकी तरफ मुख करके वैठे। पीले वस्त्र व आसनादिका उपयोग भी शान्ति तुष्टि पुष्टि ऋद्धि वृद्धिके लिए करते है और पश्चिम दिशामें मुख करके बैठे तो भी चल सकता है, जिसका कुछ खुलासा विधान प्रकरणमें करेंगे। ____ आसनके रंग जाननेके वाद आसन सिद्ध करना सीखना चाहिए, आसन वैसे तो चोरासी प्रसिद्ध हैं, उन सबका उल्लेख करना हमारी शक्तिसे बाहर है, लेकिन उपयोगी आसन जिनको गृहस्थ कर सके उन्हींका वर्णन करेंगे।
आसनों से पर्यङ्कासन, वीरासन, वज्रासन, पद्मासन, भद्रासन, दण्डासन, उत्कटिकासन, गौदो