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सिद्ध अवस्था (अयोग केवली)
व्यक्त विशेषताएँ
कर्मानव / कर्मबंध
(1) आठ प्रकार के कर्मो
(घातियां एवं अघातियां) से रहित, (2) अत्यन्त शान्तिमय (3) निरजन (4) नित्य (5) आठ गुणों से युक्त (6) कृतकृत्य (7) लोक के अग्रभाग पर स्थित
सम्पुर्ण आम्नवों का निरोध, नूतन
बध्यमान कर्मरज से रहित मिथ्यादर्शन, अविरति, प्रमाद, कषाय, योग {आनव /बंधके
हेतुओं का अभाव