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सत्यार्थ है बस बात यह कुछ भी कहो व्यवहार में। संयोग हैं सर्वत्र पर साथी नहीं संसार में। संयोग की आराधना संसार का आधार है। एकत्व की आराधना आराधना का सार है।
एकत्व ही शिव सत्य है सौन्दर्य है एकत्व में। स्वाधीनता सुख शान्ति का आवास है एकत्व में॥ एकत्व को पहिचानना ही भावना का सार है। एकत्व की आराधना आराधना का सार है॥
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