________________
आत्मा ही है शरण
206
हमने सोचा कि वहाँ तो वक्ताओं की कोई कमी नहीं है । अतः यदि हम न भी गये तो कोई अन्तर पड़ने वाला नहीं है । हो सकता है कि किसी का इस ओर ध्यान ही न जाए और २० मिनट के लिए हमारा चार दिन का समय यों ही चला जायेगा । यदि वह समय मियामी को दे दिया जाए तो समय का पूरा-पूरा उपयोग होगा । यह सोचकर हमने वह समय मियामी को दे दिया ।
जब इस बात का पता जैनावालों को चला तो उनके फोन पर फोन आने लगे । उन्हें सम्पूर्ण स्थिति से अवगत कराया गया, पर वे कुछ भी सुनने को तैयार न थे । उनका कहना था कि हमने आपकी स्वीकृति लेकर ही आपका नाम छापा है । अब हम आपके नाम पर आने वाली जनता को क्या उत्तर देंगे ? अभी आपको यह पता नहीं है कि आपको चाहने वाले अमेरिका में भी कितने लोग हो गये हैं ? यहाँ अमेरिका के प्रमुख नगरों एवं सुदूरवर्ती यूरोप आदि से अनेक लोग पधार रहे हैं । इस सम्मेलन में लगभग तीन हजार प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं, जो सम्पूर्ण अमेरिका का प्रतिनिधित्व करते हैं । ___ आप प्रत्येक नगर तो जा नहीं सकते, पर सभी स्थानों के प्रमुख लोग आपको यहाँ सुन सकते हैं । हमारी योजनाओं में आपका महत्त्वपूर्ण परामर्श भी हमें प्राप्त हो सकता है । ___ आपका यह सोचना भी सही नहीं है कि आपको मात्र २० मिनट ही बोलना है; क्योकि २० मिनट तो मुख्य कार्यक्रम में हैं । अन्य कार्यक्रमों में आपका भरपूर उपयोग किया जाएगा ।
जैना के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. जगत जैन ने हमसे लगभग एक घटे फोन पर बात की । हमने उन्हें भी आश्वासन दिया कि देखो मैं सोचता हूँ कि अब इस संदर्भ में क्या किया जा सकता है ?
अब तो सबकुछ मियामी वालों के हाथ में ही था; क्योकि यह समय उन्हें ही दिया गया था; अतः उनसे सम्पर्क किए बिना कुछ भी संभव नहीं था ।