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________________ चतुर्थ और पंचम भाव का सन्धि रेखांश ग्यारहवां भाव मध्य रेखांश 10वां और 11वें भाव का सन्धि रेखांश . पंचम और छठे भाव का सन्धि रेखांश 12वें भाव का मध्य रेखांश . छठे भाव का मध्य रेखांश 12वें और प्रथम भाव का सन्धि रेखांश = पंचम भाव का मध्य रेखांश 11वां और 12 वें भाव का सन्धि रेखांश = + छठे और सप्तम भाव का सन्धि रेखांश प्रथम भाव का मध्य रेखांश + = = + = = = + = = + = = + 2रा. = 6रा. रा 09o 2रा 24° 6रा. 09o ठरा 24° उरा 09o 6रा. 9 9° उरा 24° 6रा. 9रा 24° 4रा 9o 6रा. 06' 06' 12' 12' 17' 17' 23' 23o 28' 39" 28' 34' 39" 08" 8" 37" 37" 06" 6" 35" 10 रा 9o 4रा 24° 6रा. 10 रा 24° 34' 04" 35" 4" सप्तम भाव का मध्य रेखांश इसी प्रकार प्रथम भाव के मध्य रेखांश से चतुर्थ भाव के मध्य रेखांश के अन्तर को लेकर प्रथम, द्वितीय तृतीय चतुर्थ भावों के भाव मध्य और भाव सन्धि रेखांश ज्ञात करेंगे। 57
SR No.009373
Book TitleSaral Jyotish
Original Sutra AuthorN/A
AuthorArunkumar Bansal
PublisherAkhil Bhartiya Jyotish Samstha Sangh
Publication Year
Total Pages154
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size1 MB
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