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का प्रतीक है। चन्द्रमा मन, माता, भ्रमण को रूची, रस, अस्थिर मन का कारक ग्रह है। रक्त प्रवाह का प्रतीक है। जलीय तत्व, झील, समुद्र, नदियां, कपड़ा, दूध, शहद, मोती, मीठी वस्तुएं, वषी चावल, जौ, दुर्गा देवी तथा कृषि का प्रतीक है।
शरीर के अंग रक्त नसे, मोटापा, मस्तिष्क, मन, यूरेटर, वास्ती छाती, अंडाशय तथा प्रजनन का कारक ग्रह है ।
रोग- रतिज रोग (Sexual diseases) सांस की बिमारी त्वचा की बिमारियां, अपच मन्दाग्नि आदि विमारियों का कारक ग्रह है। यह कफ तथा वायु का कारक ग्रह है।
यह वैश्य, वर्ण, जलीय तत्व, स्त्रीलिंग तथा उत्तर-पश्चिम दिशा का प्रतिनिधि ग्रह है।
मंगल- वलिष्ठ बाजु, पतली कमर घुंघराले तथा चमकीले बाल, अग्निमय आंखें, क्रूर प्रकृति, अस्थिर बुद्धि का कारक ग्रह है । यह स्वतन्त्र प्रकृति, दुराग्रही, साहसी युवा ग्रह है । मंगल को अशुभ ग्रह कहते हैं। यह छोटे भाई, पुरुष ग्रह, फौजी प्रकृति, कामर्स, सड़ी हुई वस्तुएं, हवाई यात्राएं, नेता तथा बुनाई को दर्शाता है। मंगल सेनाध्यक्ष है गर्म तथा अग्नि भय है, तर्क, रसोई, इंजन, अग्नि स्थलों का प्रतिनिधि है । रात्रि में काम कर वाले कर्मचारी, हत्या करने वाले, षडयन्त्र, शत्रु मजदूरों का नेता का कारक ग्रह है।
पदार्थ - तांबा, धातु, सोना, मूंगा, हथियार, भूमि, तम्बाकू, पर शासन करता है। शरीर के अंग रक्त पेशी, पित्त, मस्तिष्क, सिर, नाक, कान आदि।
रोग - रक्त संबंधी रोग, उच्च या निम्न रक्तचाप, रक्तस्राव, दुर्घटनाएं, चोरियों, अग्नि से जलना, गर्भपात आदि। इसका क्षत्रिय वर्ण, पुरुष लिंग, अग्नि तत्व, दक्षिण दिशा का प्रतिनिधि ग्रह है।
बुध
बुध यदि शुभ ग्रहों के साथ संबंधित हो तो शुभ, अशुभ ग्रहों के साथ संबंधित हो तो अशुभ होता है। इसका अपना कोई प्रभाव नहीं होता जिसके साथ होता
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