________________
जातक राजा के समान अधिकार, सम्मान, धनी, सुखी होगा। उसके बचन मीठे प्रिय होंगे। स्वास्थ होगा। यह फल शुभ ग्रहों के कारण है। यदि दोनों ओर अशुभ ग्रह स्थित हो तो अपमान के कारण मानसिक पीड़ा और धन तथा सौभाग्य से हीन होगा। 4. बुध आदित्य योग जब सूर्य और बुध एक साथ। एक भाव में स्थित हो तो बुध आदित्य योग बनता है। इस योग में उत्पन्न व्यक्ति बुद्धिमान सम्मान पाने वाला, कार्य करने में निपुण, धनी तथा सुखी होता है। इस योग में यह आवश्यक है कि बुध अस्त नहीं होना चाहिये।
चन्द्रमा से अन्य ग्रहों की स्थिति से बनने वाले योग
1. सुनफा योग सूर्य को छोड़कर यदि कोई अन्य ग्रह चन्द्रमा से दूसरे भाव में स्थित हो तो सुनफा योग बनता है। जातक को राजा के समान सम्मान प्राप्त होता है। जातक अपनी बौद्धिक क्षमता के कारण सम्मानित होगा। वह धनी तथा प्रतिष्ठित होगा। वह स्थार्जित धन का स्वामी होगा। 2. अनफा योग सूर्य को छोड़कर यदि कोई अन्य ग्रह चन्द्रमा से द्वादश भाव में स्थित हो तो यह योग बनता है। जातक राजा के समान सम्मान प्राप्त करेगा, रोग मुक्त, सदाचारी, सुखी होगा। 3. दुरधरा योग सूर्य को छोड़कर यदि कोई अन्य ग्रह चन्द्रमा से द्वितीया तथा द्वादश भाव में स्थित हो तो यह योग बनता है। इस योग वाला जातक सब सुखों से सम्पन्न तथा सुखों को भोगने वाला होता है। सेवक, वाहन तथा धन होता है।
120