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________________ मंत्र यंत्र और तंत्र मुनि प्रार्थना सागर 582 597 598 583 583 दाद और पाँव तथा खुजली रोग 581 घाव ठीक के बाद सफेद दाग का उपाय 581 अग्नि से जले हुए तथा अन्य उपाय 581 हड्डी टूटने पर 582 काँच निकलना 582 अधो वायु बंध का उपाय हाथ पाँवों की ब्याऊ फटने पर 582 त्वचा 583 पाँव की एड़ी का दर्द 583 नख टूटने पर 583 हाथी पांव घावों पर लगाने 583 गाँठ के लिए लेप नहरुआ (बाला) रोग 584 सर्प के काटने पर 584 बिच्छुके काटने पर 584 कुत्ते द्वारा काटा निष्प्रभावी होय 585 बर्र-ततैया के जहर पर 585 सिर की नँ या लीक 586 जानवरों के काटने पर जहर चढ़ने पर उपाय 586 स्त्री गुप्त रोग चिकित्सा प्रदर रोग 586 श्वेत प्रदर रोग रक्तार्श (रक्त प्रदर) 588 रुका हुआ मासिक धर्म खुलने के लिए 588 मासिक धर्म पुन: होय 588 रजोधर्म तुरन्त ही होने लगता 588 ऋतु धर्म नष्ट के लिए 589 गर्भ धारण करना पुत्री प्राप्ति हेतु 591 पुत्र(कन्या )प्राप्ति 593 गिरता गर्भ रोकना 593 गर्भ गिराने के लिए 593 गर्भधारण नहीं होगा 594 सुख से प्रसव होय 594 दूध बढ़ाने के लिए 594 स्तन पीड़ा व अन्य रोगों का उपाय 595 स्तनों की शिथिलता दूर 595 योनि दोष दूर हो जाता 596 पुरुष गुप्त रोग अधिकार गुप्तेन्द्रिय रोग 597 अण्डकोष वृद्धि रोग शुक्राणुओं की वृद्धिहेतु 598 स्वप्न दोष निवारण वीर्य स्तम्भन 599 बल पुरुषार्थ (शक्ति वर्धक) 600 दुर्बलता निवारण 601 नपुंसकता,वीर्य धातु रोग 601 कामेन्द्रिय (लिंग) में दृढता 602 180.विशेष नुस्खे दाँत मन्जन 603 हींग्वष्टक चूर्ण 603 लवण भास्कर चूर्ण 603 संजीवनी बूटी 604 अमर सुन्दर बटी 604 चन्द्र-प्रभा बटी 604 बाम 604 पंचसम चूर्ण 604 कस्तूरी भैरव रस 605 नवजीवन 605 आरोग्यवर्द्धनी 605 वज्र लेप तैयार करने की विधि-अर्थ 605 विशेष नुक्से 605 गुणकारी लौंग 606 तेजी मन्दी निकालने की विधि ६०९ मकर संक्रान्ति फल 611 संक्रान्ति से गणित द्वारा तेजी-मंदी का परिज्ञान 612 तेजी मंदी के उपयगी पांच वारों का फल 612 संक्रांति के वारों का फल 613 रवि नक्षत्र फल 613 587 589 17
SR No.009370
Book TitleMantra Yantra aur Tantra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrarthanasagar
PublisherPrarthanasagar Foundation
Publication Year2011
Total Pages97
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, L000, & L020
File Size1 MB
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