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________________ मंत्र अधिकार मंत्र यंत्र और तंत्र मुनि प्रार्थना सागर मदनातुर वषट् स्वाहा। विधि- पुष्य नक्षत्र में इस मंत्र को २१ दिन तक १२००० जप करने से तीनों लोक वश में होते हैं। ( 26 ) संसार वश में होय मंत्र- ॐ ब्रह्म कुष्यि के दुर्जन मल-मल सुखी स्वाहा। विधि-७ या २१ बार चंदन मंत्रित करके उल्टा तिलक करने से संसार को वश करने वाला होता है। ( 27 ) सर्व परिवार वश होय- ॐ माहेश्वरी नमः। विधि- इस मंत्र से बैर की लकड़ी चार अंगुल की एक हजार बार मंत्रित करके जिसके घर में डाल दें तो सर्व परिवार वश होय। ( 28 ) सरल वशीकरण मंत्र- ॐ ह्रीं हूं ज जा जिं जी जुं जूं जें जै जो जौं जं जः अमुकं ठः ठः। विधि- पीपल की लकड़ी पांच अंगुल की हजार बार मंत्रित करके अपने घर गाड़ देने से वश में होय। ( 29 ) शीघ्र ही वशीकरण होय मंत्र- ॐ नमो भगवती: रक्त चामुंडे यत्प्रजा पाले कट कट आकर्षय आकर्षय ममोपरि चित्तं भवेत् फलं पुष्पं यस्य हस्ते ददामि स शीघ्र मागच्छतु स्वाहा। विधि- इस मंत्र का १००० जाप कर फिर १०० पुष्पों से जप कर फल अथवा पुष्प को मंत्रित करें फिर जिसको दिया जायगा वह शीघ्र वश्य होता है। ( 30 ) वश होय मंत्र- ॐ नमो कृष्ण सवराय वल्गु वल्गु ने स्वाहा। विधि- २१ बार स्वयं को मंत्रित करके जिसको भी स्पर्श करें वह वश हो जाय। (31) वश्य अवश्य होय- ॐ श्रीं क्षं का मातुरा काम खेला विधेसिनी लवनी अमुकं वश्यं कुरु कुरु ह्रीं नमः। विधि- मंत्र को भोजन करते समय अपने भोजन को ७ बार मंत्रित करके जिसके नाम से खावें वह ७ वें अथवा १२ वें दिन अवश्य वश हो जाता है। ( 32 ) व्यक्ति वशी मंत्र- ॐ भगवती काली महाकाली स्वाहा। विधि- सुबह मुंह धोकर हाथ में पानी लेकर ७ बार इस मंत्र से मंत्रित करें और जिस व्यक्ति के नाम से पीवें वह व्यक्ति वश में हो जाता है। ७ दिन करें। ( 33 ) जिसका नाम लेवें वह वश होय- ॐ देवी रुद्रकेशी मंत्र सेसी देवी ज्वालामुखी सूति जागा विसिवइट्ठी लेयाविसी हाथ जोडंति पाय लागंति ठं ठली वायंति सांकल मोडंति ले आउ कान्हइ नारसिंह वीर प्रचंड। 149
SR No.009369
Book TitleMantra Adhikar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrarthanasagar
PublisherPrarthanasagar Foundation
Publication Year2011
Total Pages165
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size1 MB
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