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मंत्र अधिकार
मंत्र यंत्र और तंत्र
मुनि प्रार्थना सागर
विधि-कृष्ण पक्ष की १४ को पाटे पर लिखकर लाल कनेर के फूलों से १०८ बार जाप करें
तो उत्तम वशीकरण होता है। (10) ॐ नमो भगवती वशं करि स्वाहा। विधि-फलादिक २७ बार मंत्रित कर जिसको खिलायें वह वश में होता है। अन्धा हुलि के
फूल और वाम पांव के नीचे की धूली श्मसान की राख सब मिलाकर चूर्ण करें फिर
जिसके माथे पर डालें वह वश में होता है। (11) ॐ नमो अरहंताणं अरे अरणि महारिणी मोहिणी मोहिणी मोहय मोहय स्वाहा। विधि-इस मंत्र को जिन आयतन में १०८ बार जपें फिर फलादिक को ७ बार मंत्रित करके
जिसको दिया जाये वह वश में हो जाता है। (12) ॐ ह्रीं णमो अरहंताणं आरि आरिणी मोहणी मोहय मोहय स्वाहा। विधि- ४७ दिन तक १०८ बार जपने से लाभ होता है। (13) ॐ नमो भगवतो रुद्राय ॐ चामुंडे (नाम अमुकस्य) हृदयं पिवामि चामुंडिनी
स्वाहा। विधि- १०८ बार पानी मंत्रित करके जिसके नाम से पानी पीवें तो वह वश होता है। (14) वशीकरण मंत्र- ॐ ह्रीं क्रों ह्रीं हूँ फट् स्वाहा। विधि- सुपाड़ी मंत्रित करके देने से वशीकरण होता है। ( 15 ) वशीकरण मंत्र- ॐ नमो रुद्राय अगिधगि रंगि स्वाहा। विधि- श्वेत सरसों को इस मंत्र से ६० बार मंत्रित करके जिसके माथे पर डालें तो वह
वशी होय, विशेषतः महिला। ( 16 ) वशीकरण मंत्र- ॐ हूँ फट् । विधि- जिस किसी के सामने खड़े होकर १०० बार इस मंत्र का उच्चारण करें, तो साधक
जो कहेगा सामने वाला वही करेगा। (17) वशीकरण मंत्र- ॐ पद्म पद्मावती पद्महस्ते राज्य मंत्री क्षोभय-क्षोभय राजवश्यं
प्रजा वश्यं मम सर्व जन वश्यं कुरु कुरु स्वाहा। विधि- इस मंत्र को २१ हजार बार पढ़कर मुंह पर दोनों हाथ फेरने से वशीकरण होता है। (18) वशीकरण मंत्र- ॐ नमो भगवउ अरहउ पुप्फदंतस्स जिज्झायउ मे भगवइ महई
महाविद्या पुक्फ, महापुफ्फे पुफ्फसुई ठः ठः ठः स्वाहा। विधि- इस मंत्र को दो उपवास करके आठ सौ जाप करें, फिर इस मंत्र से फल या पुष्प को
२१ बार मंत्रित कर जिसको दिया जाये वह वश में हो जाता है।
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