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मंत्र अधिकार
मंत्र यंत्र और तंत्र
मुनि प्रार्थना सागर
(4) ॐ ह्रीं क्लीं ऐं अर्ह कलिकुण्ड श्री पार्श्वनाथ धरणेन्द्र पद्मावती सहिताय अतुल बलवीर्य पराक्रमाय ममात्मविद्यां रक्ष रक्ष परविद्यां छिन्द छिन्द भिन्द भिन्द स्फ्रां स्फ्रीं स् स् स् ह्रूं फट् स्वाहा ।
विधि- प्रतिदिन प्रातः काल १०८ बार जाप करें।
(5) ॐ ह्रीं क्लीं ऐं अर्हं कलिकुण्ड दण्डस्वामिन अतुल बल वीर्य पराक्रमाय ममात्मविद्यां रक्ष रक्ष परविद्यां छिन्द छिन्द भिन्द भिन्द स्फ्रां स्फ्रीं स्क्रू स्फ्रौं स्फ हूं फट् स्वाहा ।
विधि- प्रतिदिन प्रातः काल १०८ बार जाप करें।
(28) ज्वाला मालिनी देवी सिद्धि मंत्र
(1) ज्वाला मालिनी देवी सिद्धि मंत्र - ॐ ह्रीं श्रीं अर्हं चन्द्रप्रभ पाद पंकज निवासिनी ज्वालामालिनी तुभ्यं नमः ।
विधि - इस मंत्र को ६ दिन तक पिछली रात्रि में शुद्ध होकर ३ माला का जाप करें, तो ज्वालामालिनी देवी प्रत्यक्ष दर्शन देती है ।
( 2 ) ज्वालामालिनी मंत्र : ॐ ह्रीं श्रीं अर्हं चंद्र प्रभु स्वामिन पादपंकज निवासिनी ज्वाला मालिनी स्वाहा, नित्यं तुभ्यं नमः ।
(29) चक्रेश्वरी देवी मंत्र
(1) चक्रेश्वरी देवी मंत्र - (अ) ॐ ह्रीं श्रीं चक्रेश्वरी, चक्रवारुणी, चक्रवेगेन मम उपद्रव हन हन शान्ति कुरु कुरु स्वाहा ।
विधि - इस मंत्र की २१ दिन तक १० माला प्रतिदिन फेरनी चाहिए । इसके बाद प्रतिदिन एक माला का जाप करें तो हर उपद्रव को शान्त करें व अत्यन्त लाभ दें ।
(2) ॐ नमो चक्रेश्वरी चिन्तित कार्य कारिणी मम स्वप्ने श्रुताश्रुतं कथय कथय दर्शय दर्शय स्वाहा ।
(3) ॐ ह्रीं क्लीं श्रीं चक्रेश्वरी मम रक्षां कुरु कुरु स्वाहा ।
विधि - शुभ मुहूर्त में जाप शुरु कर १२५००० जाप करें।
( 4 ) चक्रेश्वरी देवी रक्षा मंत्र - ॐ ह्रीं क्लीं श्रीं चक्रेश्वरी मम रक्ष रक्ष कुरु कुरु
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चक्रधारिणी
स्वाहा ।
विधि - इस मंत्र की रोज १०८ बार जाप करना चाहिए ।
( 5 ) चक्रेश्वरी दर्शन मंत्र ॐ नमः स्वप्न चक्रेश्वरी स्वप्ने अवतर - अवतर गतं
वर्तमान कथय - कथय स्वाहा ।
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