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मंत्र अधिकार
मंत्र यंत्र और तंत्र
मुनि प्रार्थना सागर
or
एक माला जपें। सर्वकार्य सिद्ध होय। (10) पद्मावती साधने का मंत्र- ॐ आँ क्रों ह्रीं ऐं ह्रौं पद्मावत्यै नमः । विधि- शुभ मुहूर्त में लाल माला से, लाल वस्त्र पहनकर, मंत्र के सामने दीपक जलाकर
सवा लाख जाप करें तो देवी स्वप्न में दर्शन दें। (11) पद्मावती की पंचोपचार पूजा- इस मंत्र से पद्मावती देवी के पंचोपचार करें।
ॐ ह्रीं नमोऽस्तु भगवती पद्मावती एहि एहि संवौषट आह्वाननम्। २. ॐ ह्रीं नमोऽस्तु भगवती पद्मावती तिष्ठ तिष्ठ ठः ठः स्थापनम्। ३. ॐ ह्रीं नमोऽस्तु भगवती पद्मावती मम सन्निहितो भव भव वषट् सन्निधिकरणम्। ४. ॐ ह्रीं नमोऽस्तु भगवती पद्मावती इदमयं-गंध-अक्षतं-पुष्प-दीपं-चळं-फलं
आदि गृहाण गृहाण स्वाहा। ५. ॐ ह्रीं नमोऽस्तु भगवती पद्मावती स्वस्थानं गच्छ गच्छ जः जः जः (विसर्जनं) (नोट : इसी प्रकार अन्य देवी देवताओं की पंचोपचार पूजा कर सकते हैं)
(27) कलिकुण्डदण्ड मंत्र (1) श्री कलिकुण्ड स्वामी मंत्र- ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं कलिकुण्ड दण्ड स्वामिने
अप्रतिचक्रे जये विजये अजिते अपराजिते स्तंभे स्वाहा। विधि- छह माह तक एकासन करें तथा नित्यप्रति एक माला फेरें तो मंत्र सिद्ध हो जाता है।
फिर जब भी आवश्यकता पड़े तो २१ बार पढ़ें, सर्वजन वश हों, दुष्टजनों के मुँह बंद हों, अपने स्थान पर बैठे-बैठे ही सौ कोस दूर हो रही व होने वाली घटनाओं
की पूर्व जानकारी प्राप्त हो। (2) कलिकुण्डदण्ड मंत्र- ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं अहँ कलिकुण्डदण्ड स्वामिन् अतुलबल
वीर्य पराक्रमाय मम अभीष्ट सिद्धिं कुरु कुरु स्फ्रां स्फ्रीं स्फूं स्फ्रौं स्फ्रः ममात्मविद्यां
रक्ष रक्ष पर विद्यां छिंद छिंद भिंद भिंद हूँ फट् स्वाहा। विधि- प्रतिदिन १०८ बार पढ़ें। (3) ऐश्वर्य प्राप्ति व सन्तान सुख मंत्र- ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं लक्ष्मी कलिकुण्ड स्वामिने
मम आरोग्यं ऐश्वर्य कुरु कुरु स्वाहा। विधि- शुक्रवार को मंत्र जाप शुरु करें फिर प्रतिदिन एक माला करें अर्थात् १०८ बार पढ़े। (4) ऐश्वर्य प्राप्ति मंत्र- ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं कलिकुंडस्वामिने मम आरोग्यं ऐश्वर्यं कुरु
कुरु स्वाहा। विधि- प्रतिदिन १०८ बार पढ़ें।
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