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________________ ৪৪৪ विपाकश्रुते सुदरिसणाए भगिणीए सद्धिं उरालाई माणुस्सगाई भोगभो. गाई भुंजमाणे विहरिस्सइ ॥ सू० १३ ॥ टीका 'तए गं' इत्यादि । ततः खलु 'से सगडे दारए' स शकटो दारका 'उम्मुक्कबालभावें उन्मुक्तवालभावः बाल्यावस्थामतिक्रान्तः, 'जोवणगमणुप्पत्ते यौवनकमनुप्राप्तः वारुण्यं प्राप्तः, अलं-पूर्णतया 'भोगसमत्ये यावि भविस्सई' भोगसमर्थश्चापि भविष्यति । 'तए णं सा मुदरिसणा वि दारिया उम्मुक्तवालभावा' ततः खलु सा सुदर्शनाऽपि दारिका उन्मुक्तबालभावा विणायपरिणयमेत्ता' विज्ञातपरिणतमात्रा-विज्ञातं-विज्ञानं. तत् परिणतमानं यस्याः सा तथा, प्रवर्धमानविज्ञानवतीत्यर्थः, 'जोव्वणगमणुप्पत्ता यौवनकमनुमाप्ता 'स्वेण य जोवणेण य लावण्णेण य रूपेण च योवनेन च लावण्येन च 'उच्छिा ' उत्कृष्टा-उत्कर्पयुक्ता, 'उक्किट्ठसरीरा यावि भविस्सई उत्कृष्टशरीरा चापि भवि 'तए णं से इत्यादि । 'तए णं' बाद में से सगडे दारए वह शकट दारक 'उम्मुक वालभावे' अपने बाल्यकाल के व्यतीत होने पर जब 'जोवणगमणुप्पत्ते युवावस्था संपन्न होगा तब 'अलं भोगसमत्ये यावि भविस्सई पूर्णरूप से भोग भोगने में समर्थ हो जायगा, तथा 'तए णं सा सुदरिसणा वि दारिया उम्मुवालभाषा विण्णायपरिणयमेत्ता जोधणगमणुप्पत्ता वह सुदशेना कन्या भी बाल्य अवस्था को लांघ कर जब यौवनावस्था को प्राप्त करेगी उस समय उस को अपनी युवावस्था प्राप्त होने का ज्ञान हो जायगा और यह 'स्वेण य जोवणेण य लावण्णण य उक्किद्धा उक्किद्धसरीरा यावि भविस्सई रूप एवं यौवन तथा लावण्य से युक्त होकर यह बहुत ही 'तए णं से प्रत्याहि. 'तए णं' ५४ीथी से सगडे दारए ते २४ ॥२४ उम्मुक्कवालभावे पात.नु पावन पू. या पछी न्यारे 'जावणगमणुप्पते युवावस्थामा भाव त्या३ अलं भोगसमत्ये यानि भविस्सई पू३५था लागले गाभा नभय 48 नये, तथ! 'तए णं सा मुदरिसगा वि दारिया उम्मुक्कवालभावा विण्णायपरि णयमेत्ता जोवणमणुप्पत्ता ते सुदर्शन न्य! ५६; na भवत्या पूरी न्यारे યૌવન અવસ્થાને પ્રાપ્ત થશે તે સમય તેને પિતાની યુવાવસ્થાનું ભાન-જ્ઞાન થઈ स्थे भने ते 'स्वेण य जाधणेण य लावणेण य उठिा उकिसरीरा यावि " भविस्सइ ३५. यौवन भने पश्यथी युत याने ते पहा सुरशरीवानी
SR No.009356
Book TitleVipaksutram
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1959
Total Pages825
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_vipakshrut
File Size58 MB
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