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________________ अनुक्रमाङ्क पृष्ठाङ्क १-३१ ३२-५१ ५२-६६ ६७-८० ८१-८४ प्रज्ञापना सूत्र भा. ३ की विषयानुक्रमणिका विषय सातशे उच्छ्वासपद नैरयिकादिकों के उच्छ्वासनिःश्वासका निरूपण आठवां संज्ञापद संज्ञापदका निरूपण नवयां योनिपद योनिपदका निरूपण योनि विशेषका निरूपण मनुष्ययोनिविशेष का निरूपण दसवां चरमाचरमपद चरमाचरमत्वका निरूपणचरमाचरमादि के अल्पवहुत्वका निरूपणअलोक आदि के चरमाचरम के अल्प वहुत्व का निरूपण परमाणु आदि के चरमाचरमन्व का निरूपणद्विप्रदेशी स्कंध के चरनाचरमत्वका निरूपण संस्थानका निरूपण जीवादि के चरमाचरमका निरूपण ग्यारहवां भापापद भापापका निरूपण वचनविशेषका निरूपण भापा कारणादिका निरूपणजीर के भापकपनेका कथन भापा जात भापा के प्रकार का कथन भाषा द्रव्यग्रहण का निरूपण नैरयिकों के भापाद्रव्य ग्रहणका निरूपण ८४-९४ ९४-१०० १००-१११ ११२-११९ ११९-१७३ १७३-२०४ २०४-२३१ २३२-२७२ २७२-२९३ २९३-३२० ३२०-३२७ ३२७-३३५ ३३५-३९१ ३९१-३९९
SR No.009340
Book TitlePragnapanasutram Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1977
Total Pages881
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_pragyapana
File Size64 MB
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