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________________ प्रज्ञापनासूत्र साहिया१२, पजत्तया विसेसाहिया१३, आउयस्स कम्मस्स अवंधया विसेसाहिया १४ ॥सू०३७॥ ___ छाया-एतेपां खलु भदन्त ! जीवानामायुप्कस्य कर्मणो बन्धकानाम्, अवन्धकानाम् , पर्याप्तकानाम् , अपर्याप्तकानाम् , गुप्तानाम् , जाग्रताम् , समवहतानाम्, असमवहतानाम् , सानवेदकानाम् , असातवेदकानाम् , इन्द्रियोपयुक्तानाम्, नो इन्द्रियोपयुक्तानाम्, साकारोपयुक्तानाम्, अनाकारोपयुक्तानाञ्च कतरे कतरेभ्योऽल्पा वा, बहुका वा, तुल्या वा, विशेपाधिका वा ? गौतम ! सर्व स्तोकाः बन्धद्वार वक्तव्यताशब्दार्थ-(एएसि णं भंते !) हे भगवन् (जीवाणं) जीवों के (आउयस्स कम्मस्स) आयु कर्म के (बंधगाणं अवंधगाण) बंध करने वालों, न बंध करने वालों (पज्जत्ताणं अपज्जत्ताणं) पर्याप्तों, अपर्याप्तों (सुत्ताणं जागराणं) सुप्तों और जागृतों (समोयाणं असमोह्याणं) समुद्घात करते हुओं, न समुद्घात करते हुओं, (सायावेयगाणं असायावेयगाणं) सातावेदकों, असातावेदकों (इंदिओवउत्ताणं नो इंदिओवउत्ताणं) इन्द्रियोपयुक्तों, नो इन्द्रियोपयुक्तों (सागारोवउत्ताणं अणागारोवउत्ताणं) साकार उपयोग में उपयुक्तों, अनाकारोपयोग में उपयुक्तों मे से (कयरे) कौन (कयरेहितो) किलले (अप्पा वा) अल्प (बहुया वा) या बहुत (तुल्ला वा) या तुल्य (विसेसाहिया वा) यो विशेषाधिक हैं ? (गोयमा !) हे गौतम ! (सच्चत्योवा जीवा) सब से कम जीव બન્યદ્વારની વક્તવ્યતા हाथ-(एएसिणं भंते । ) सावन् ! (जीवाण) याना (आउयस्स कम्मस्स) सायुमना (बंधगाणं अबंधगाणं) १५ ४२वावा मने १५ न ४२१॥ वाणामi (पज्जत्ताणं अपज्जत्ताणं) पर्याप्ती मने मर्यासोमा (सुत्ताणं जागराण) सुतसा मने गेलामामा (समोहयाणं असमोयाणं) समुद्धात ४२वावाणा भने समुद्धात न ४२वावाजामा (सायावेयगणं असायावेयगाण) साता वोमा मन मसात वोम (इंदिओनउत्ताणं नो इंदिओवउनाण) ४ द्रियोपयोगवाणासामा मन न ४ दियोपयुतीमा (सागारोव उत्ताण अणागारोवउत्ताण) सा॥२उपयोगवाणायामां मने मनरोपयोगपाणयोमा (कचरे) । (कररेहितो) होनाथी (अपावा) २५६५ छ १ २२ (बहुया वा) गहु छ ? (तुत्ला वा) अथवा तुक्ष्य छ ? (विसेसाहियोवा) विशेषाधि छ ? (गोयमा !) गौतम | (सव्वत्थोवा जीवा) सौथी माछ। ७१ (आउय
SR No.009339
Book TitlePragnapanasutram Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1975
Total Pages1196
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_pragyapana
File Size80 MB
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