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८३
३०९-३११ ३१२ ३१६ ३१६-३३२ ३३३-३३५ ३३६-३३९ ३४०-३४२ ३४३-३४४
३४५-३५९
८० अतिथि सपिभागवतातिचारका वर्णन ८१ सलेखनातिचारका वर्णन ८२ आनन्दगाथापतिके नियमका वर्णन
"अरिहत चेइय" शब्दका वर्णन । ८४ शिवानन्दाका धर्मस्वीकार और गौतमको प्रश्न ८५ आनन्द श्रावककी धर्मप्रज्ञप्ति और नियमका वर्णन ८६ आनन्द प्रतिमा (पडिमा) का निरूपण ८७ आनन्द श्रावक की सलेखना का वर्णन ८८ आनन्द श्रावक को अवधिज्ञान का वर्णन ८९ और आनन्द गौतम का प्रश्नोत्तर
द्वीतीय अध्ययन ९० कामदेव श्रावक की ऋद्धि का वर्णन
पिशाच रूपधारी देव का वर्णन ९२ पिशाच रूपधारी देव के उपसर्गका वर्णन ९३ हस्तिरूप देवका वर्णन
हस्तिरूप देवके उपसर्गका वर्णन ९५ सर्परूपधारी देव और उनके उपसर्ग का वर्णन ९६ दिव्य रूपधारी देव का वर्णन ९७ देवकृत कामदेव श्रावक की प्रशसा का वर्णन ९८ भगवान को वदना के लिये कामदेव का गमन ९९ भगवान के द्वारा कामदेव की प्रशसा का वर्णन
तीसरा अध्ययन १०० चुलनीपिता गाथापति का वर्णन १०१ देवकृत उपसर्ग का वर्णन १०२ चुल्नीपिता के स्वर्गवास का वर्णन
चौथा अध्ययन १०३ देवकृत उपसर्ग का वर्णन
९४
३६०-३६१ ३६२-३७० ३७१-३७२ ३७३-३७४ ३७५-३७७ ३७८-३८१ ३८२-३८३ ३८४-३८६ ३८७-३८८ ३८९-३९४
३९५-३९६ ३९७-४०८ ४०९-४१०
४१-४१७