SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 3
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ० ..श्री भगवतीसूत्र भाग पन्द्रहवे की विषयानुक्रमणिको __ अनुक्रमांक विषय पृष्ठ चोवीसवें शतक का बारहवां उद्देशा '१ पृथ्वीकायिक जीवों के उत्पत्ति का निरूपण १-३४ २. अप्कायिक में पृथ्वीकायिक जीव की उत्पत्ति का निरूपण ३५-६० ३ द्वीन्द्रिय से लेकर चतुरिन्द्रिय पर्यन्त के पृथ्वीकाय जीवों की उत्पत्ति का निरूपण ६०-९१ ____४ पञ्चेन्द्रियतियग्योनिक जीवों के उत्पत्ति का निरूपण ९१-१११ ५ मनुष्यों से आकर पृथ्वीकाय में उत्पत्ति का निरूपण ११२-१४२ ६ नागकुमारों से आकर पृथ्वीकायिको में उत्पत्ति का निरूपण १४२-१६८ तेरहवां उद्देशा ____ ७ अकाय में पृथ्वीकायादि जीवों की उत्पत्ति का निरूपण १६९-१७७ चौदहवां उद्देशा ____८ तेजस्काय में पृथिवीकायादि जीवों की उत्पत्ति का निरूपण १७८-१८० पन्द्रहवा उद्देशा ९ वायुकाय में पृथिवीकायादि जीवों की उत्पत्ति का निरूपण १८१-१८२ सोलहवां उद्देशा १० वनस्पतिकाय के जीवों की उत्पत्ति का निरूपण १८३-१८९ सत्रहवां उद्देशा ११ वीन्द्रिय जीवों के उत्पत्ति आदि का निरूपण १९०-२०० 1 अठारहवां उद्देशा : १२ . श्रीन्द्रिय जीवों के उत्पत्ति आदि का निरूपण २०१-२०६ N
SR No.009325
Book TitleBhagwati Sutra Part 15
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1971
Total Pages972
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size59 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy