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भगवतीस्त्रे एवं बादरवायुकायिकस्यापि २७-२९ एवं चादर तेजाकायिकस्यापि ३०-३२ । एवं चादराप्रकायिकस्यापि ३३-३५। एवं वादरपृथिवीकायिकस्यापि भी विशेषाधिक पर्याप्त सूक्ष्म पृथिवीकायिक की उत्कृष्ट अवगाहना है। (एवं वादर वाउकाइयस्स वि २७, २८, २९) इसी प्रकार से बादर पर्याप्तकवायुकायिक की जघन्य अवगाहना असंख्याताणी है। इससे भी विशेषाधिक अपर्याप्तबादरवायुकायिक की उत्कृष्ट अवगाहना है और इससे भी विशेषाधिक पर्याप्त सादर वायुकायिक की उत्कृष्ट अवगाहना हैं । (एवं वादर तेउकाइयस्स वि ३०, ३१, ३२) इसी प्रकार से चादर पर्याप्त तेजस्कायिक की जघन्य अवगाहना असंख्यातगुणी है और इससे भी विशेषाधिक अपर्याप्त बादर तेजस्कायिक की उत्कृष्ट अवगा. हना है । (एवं बादर आउकाइयस्त वि ३३, ३४, ३५) इसी प्रकार से चादर पर्याप्त अप्कायिक की जघन्य अवगाहना असंख्यातगुणी है और इससे भी विशेषाधिक अपर्याप्त बादर अफायिक की उत्कृष्ट अवगाहना है और इससे भी विशेषाधिक पर्याप्त वादर अफायिक जीव की उत्कृष्ट अवगाहना है । (एवं वादरपुढवीकाइयस्स) इसी प्रकार से बादर पर्याप्तक पृथिवीकायिक जीव की जघन्य अवगाहना असंख्यातगुणी है
और इससे भी विशेषाधिक अपर्याप्त बादरपृथिवीकाधिक जीव की उत्कृष्ट अवगाहना है तथा इससे भी विशेषाधिक पर्याप्त पृथिवीकायिक તેનાથી પણ વિશેષાધિક પર્યાપ્તક બાદર વાયુકાયિકની ઉત્કૃષ્ટ અવગાહના छ. २७-२८-२९ एवं वादरतेउकाइयस्स वि' मे शत मा४२ पर्याप्त તેજસ્કાયિકની જઘન્ય અવગાહના અસંખ્યાત ગણી છે. અને તેનાથી પણ વિશેષાધિક અપર્યાપ્તક બદર તેજસ્કાયિકની ઉત્કૃષ્ટ અવગાહના છે.૩૦३१-३२ ‘एवं वादरआइकाइयस्तवि०' से शत माह२ पर्याप्त मायिनी જઘન્ય અવગાહના અસંખ્યાત ગણું છે. અને તેનાથી પણ વિશેષાધિક અપર્યાપ્તક અપ્રકાયિકની ઉત્કૃષ્ટ અવગાહના છે. અને તેનાથી પણ વિશેષાધિક पर्याप्त माह मयि पनी reट अगाडना छ.33-३४-३५ ‘एवं बादरपुढवीकाइयस्व' मेर शत मा४२ ५४ पृथिवीयि न धन्य અવગાહના અસંખ્યાત ગણે છે. અને તેનાથી પણ વિશેષાધિક અપર્યાપ્તક બાદર પૃથ્વિકાયિક જીવની ઉત્કૃષ્ટ અવગાહના છે. તથા તેનાથી પણ વિશેષાધિક પર્યાપ્તક પૃથ્વિકાયિક જીવની ઉત્કૃષ્ટ અવગાહના છે. ૩૬-૩૭–૩૮