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प्रमेयचन्द्रिका टीका श० १२४० ४० १ परमाणुपुद्गलनिरूपणम्
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भवति, 'अहवा एगयओ दो परमाणुपोग्गला, एगयओ दुप्पएसिए संधे, पगयओ तिपएसिए खंधे मत्र' अथवा एकत: - एकभागे द्वौ परमाणुपुद्गली भरतः, एकतः अपरभागे द्विपदेशिकः स्कन्धो भवति, एकतः - अन्यभागे त्रिदेशिकः स्कन्धो भवति, 'अहवा एगयओ परमाणुपोग्गले एगयओ तिनि दुप्पए मिया खंधा भवंति, ' अथवा एकतः- एकभागे परमाणुपुद्गलो भवति, एकत:- अपरभागे त्रयो द्विपदेशिकाः स्कन्धाः भवन्ति, "पंचहा कज्जमाणे एगयओ चत्तारि परमाणुषोग्गला, एगas fareer खंधे भवइ' सप्तमदेशिकः स्कन्धः पञ्चधा क्रियमाणः, एकतःएकभागे चत्वारः परमाणुपुद्गला भवन्ति, एकतः - अपरभागे त्रिपदेशिकः स्कन्धो भवति, अहवा एगयओ तिनि परमाणुपोग्गला, एगयओ दो दुप्पएसिया खंधा गला, एगयओ दुप्पएसिए खंधे, एगपओ तिप्पएसिए खंधे भवः' अथवा - एक विभाग में दो परमाणुपुद्गल होते हैं, और दूसरे भाग में एक प्रदेशिक स्कंध होता है, तथा अन्यभाग में एक त्रिपदेशिक स्कंध होना है । ' अहवा - एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ निनि दुधएसिया, खंधा भवंति ' अथवा एक भाग में एक परमाणुपुंगल होता है, और दूसरे भाग में तीन द्विप्रदेशिक स्कंध होते हैं-' पंचहा कज्जमाणे एंगओ चत्तारि परमाणुपोग्गला, एगयओ तिप्पएसिए खंधे भवह '
प्रदेशिक स्कंध जब पांच प्रकार से विभक्त किया जाता है तब एक प्रकार में चार परमाणुपुद्गल होते हैं, और दूसरे प्रकार में एक त्रिपदेशिक स्कन्ध होता है । 'अहवा एगयओ तिन्नि परमाणुयोग्गला, एगओ दो दुप्पसिया खंधा भवंति' अथवा एक भाग में तीन परमाणुपोग्गला, एगयओ दुप्पएसिए खंधे, एगयओ तिप्पएसिए खंधे भवइ એક એક પરમાણુપુદ્ગલવાળા એ વિભાગા, એ પ્રદેશવાળા એક ધ "અને ત્રિપ્રદેશિક સ્કંધ, આ પ્રકારના थार विभागो पडे छे. "अहवा - एगयओ परमाणुपोभाले, एगयओ तिन्नि दुप्पएसिया, संधा भवंति " अथवा भेड २માણુ પુદ્ગલવાળા એક વિભાગ અને દ્વિપદેશિક ત્રણ સ્કંધ રૂપ ત્રણુ વિભાગેામાં તે વિભકત થઈ જાય છે.
અથવા
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पंचहा कज्जमाणे एगयओ चत्तारि परमाणुपोंगला, एगया तिप्पएसिए खधे भवइ " सप्तप्रदेशिः सुधने ल्यारे पांच विभागोभां विलस्त કરવામાં આવે છે, ત્યારે એક એક પરમાણુ પુદૂંગલવાળા ચાર વિભાગ અને ત્રિપ્રદેશિક સ્કંધ રૂપ એક વિભાગ, આ પ્રકારના ચાર વિભાગો થઈ लय छे. अहया - एगयओ तिन्नि परमाणुवोग्गला, एगयओ दो दुप्पएसिया
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