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म. टीका श.८ उ.५ नू.२ स्थूलपाणातिपातादिमत्याख्याननिरूपणम्
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११ - द्विविधं द्विविधेन प्रतिक्रामन् न करोति, न कारयति मनसा वचसा, १२ अथवा न करोति, न कारयति मनसा कायेन, १३ - अथवा न करोति; न कारयति, वचसा कायेन, १४ - अथवा न करोति, कुर्वन्तं नानुजानाति मनसा वचसा, १५ अथवा न करोति, कुर्वन्तं नानुजानाति मनसा कायेन, वह अनुमोदना नहीं करता है । इसी तरहसे वचन संबंधी, और अनुमोदनको जानना चाहिये । और इसी तरहसे काय संबंधी कारित और अनुमोदना को जानना चाहिये ।
( दुहिं दुविहेणं पडिक्कममाणे न करेह न कारवेइ मणसा वयसा ) जब वह दो प्रकार के प्राणातिपातका दो प्रकार से प्रतिक्रमण करता है तब वह मनसे और वचनसे प्राणातिपात स्वयं नहीं करता है और न दूसरोंसे ही कराता है | ( अहवा न करेइ न कारवेइ मणसा कायसा ) अथवा जब वह दो प्रकार के प्राणातिपात का दो प्रकार से करनेका प्रतिक्रमण करता है तब वह मनसे और कायसे न करता है न उसे कराता है ( अहवा न करेइन कारवेह वयसा कायसा ) अथवा जब वह दो प्रकार के माणातिपात करनेका प्रतिक्रमण करता है उस समय वह वचनसे और कापसे उस प्राणातिपातको न स्वयं करता है और न करवाता है । (अहचान करेइ, करेत नाणुजाणइ मणसा वयसा १५) अथवाजब वह दो प्रकारसे दो प्रकारके प्राणातिपात करनेका प्रतिक्रमण करता है तब वह मनसे और कायसे उस प्राणातिपातको न स्वयं करता है और न करनेवालेकी अनुमोदना करता है । ( अहवा न करेह ખીજા પાસે પ્રાણાતિપાત કરાવતા નથી અને પ્રાણાતિપાત કરનારની મન, વચન અને टायाधी, अनुमोहना ४रता नथी ( दुविहं दुविहेणं पडिक्कममाणे न करेइ, न कारवेइ, मणमा वयसा ) न्यारे ते मे अहारना प्रातिपातनु मे अहारे प्रतिभ કરે છે ત્યારે તે મનથી અને વચનથી પતે પ્રાણાતિપાત કરતા નથી અને ખીજા પાસે आयातियात ४२तो नथी. ( अहवा न करे न कारवेइ मणसा, कायसा ) अथवा ते भन्थी भने छायाथी प्राणातिपात ४२तो नथी रावतेो नथी, ( अहवान करेइ, न कारवे, वसा कायसा ) अथवा क्यारे ते मे अारना प्रयातियातनु में अक्षरे પ્રતિક્રમણ કરે છે. ત્યારે તે વચન અને કાયાથી પ્રાણાતિપાત કરતા નથી અને બીજાની पासे आयातिपात रावते। नथी. ( अहवान करेइ, करेत णाणुजाणइ मणसा वयसा ) અથવા જ્યારે તે બે પ્રકારે એ પ્રકારના પ્રાણાતિપાતનુ પ્રતિક્રમણ કરે છે ત્યારે મનથી અને વચનથી તે પાતે પ્રાણાતિપાત કરતા નથી અને કરાવતે અનુમેદના પણ કરતેા નથી.