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विषयप्रत्येक दिशा विदिशा में पृथिवी आदि माश्रित प्रसजीवों को परिताप
११.
देने से संसार भ्रमणकाय के समारम्भ में
अन्य प्राणियों की हिंसा काय की हिंसा में
परिज्ञा ( सकाय समारंभदोष )
उपभोगद्वार वेदनाद्वार
सजीव विराधनाफल सजीवहिंसामयोजन
उपसंहार
उद्देशसमाप्ति
सप्तम उद्देश (वायुकाय ) वायुकायविराधनविवेक
वायुकायलक्षण
वायुकाय प्ररूपणा वायुकायपरिमाण
वायुकामशास्त्र
वायुकाय की हिंसा में पड़जीवनिकायरूप लोक की हिंसा
द्रव्यलिङ्गिकृत वायुकाय विराधना
वायुकायोपभोग
वायुविराधनादोप
वायुविराधनापरिहार
मुखवस्त्रिकाविचार पइनिकायारम्भदोप पहजीवविराधनापरिहार
प्रथम अध्ययन समाप्ति .
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