________________
T
गुरु मिले हैं, जिनवाणी का सहारा मिला है।
अशरीरी बनने के लिये हिम्मत जगाये ऐसा उपदेश मिला है।
संयम भरा संत सरीखा मेरे गुरु का जीवन, संयम में ही आनंद शांति का झरना
मुझ सत स्वरूप अंतर, संयम बाहर ही है।
गुरु ने ही यह सिखाया समझाया भी है.
गुरु मिले हैं, जिनवाणी का सहारा मिला है
अशरीरी बनने के लिये हिम्मत जगाये ऐसा उपदेश मिला है।
मैं तो खुद ही सम्पूर्ण हूं
और गुरु की वाणी का ही सान्निध्य भी है।
मैं हूं खुद ही खुदा का विश्वास जगाया है
गुरु ने ही यह सिखाया समझाया भी है.
178
***
|