________________
परिशिष्ट-२
२४९
माया (ग) १९ मूलप्रकृति (ग) २४,
योग्य (त) २१, (न्या) २३, २४ मिथ्याज्ञान (ग) २२, ३२, ३३, मेलक (त) ६
योग्यता (य) ६ ३६, ३९, (त) २, ११, | मोक्ष (ग) ९, १०, ११, १५, योग्यत्व (न्या) ४, ५, (य) ५ १९, २२, २४, २८,
१९, २०, २५, २७, योनि (त) ७, (न्या) २१ ३२, ३३, ३६,
२९, ३०, ३१, ३२, यौगपद्य (त) ३९ (न्या) १६
३३, ३४, ३५, ३६, | राग (ग) ४, १०, (त) ७, ४०, मिथ्याधी (ग) १५, ३६
३७, ३८, ३९, ४१,
(न्या) १८, (य) ९ मिथ्याबुद्धि (ग) ३३
४२, ४३, ४६, (त) ६, | रात्रिसत्रन्याय (त) १९ मीमांसक (ग) २७
१९, २१, २२, २३, | रूढि (त) १४ मीमांसा (य) ३२
२५, २६, २७, २८, | रूपान्तर (य) २३ मुक्त (ग) २८, २९, ३०, (त) २९, ३२, ३३, ३६, | लक्षण (त) १८, (य) १, ६, ९, १३, १४, १६, २२, (न्या) ४, ५, ७, १०,
१० २४, (न्या) ७, ११,
१६, १७, १९, २२, | लक्षणा (ग) १३, (त) ४२ १६, (य) ९
२६, (य) ६, २४, ३० | लघु (त) ३२ मुक्ति (ग) ३, ४, ५, ७, ९, ११, | मोक्षोपाय (ग) ४, ४२ लय (ग) १९, २४, (त) २५, ३७, ३८, (त) ४, ६, |
(न्या) १०, (य) ८ ११, १२, १३, १४, मोहातीत (ग) १७
लाक्षणिक (त) ३८ (य) ३१ १५, १८, २०, २१, यङ्लुक् (त) २०
लाघव (ग) २२, २५, (त) ३४, २२, २६, २८, ३०, | यत्न (त) ७
३८, (न्या) २३ ३२, ३४, ३६, (न्या) | यत्याश्रम (त) २९
लिङ्ग (ग) ३४, (न्या) १०, १६, २, ४, ६, ८, ९, ११, यशोविजयगणि (य) ३२
(य) ६, ८ १२, १५, १६, १७, | याग (ग) १०, ४१, ४५, (त) | लिङ्गशरीर (ग) १९, (त) २५ १८, २०, २२, २३,
४०, (न्या) १६ लोकसङ्ग्रह (त) ३२ २५, २७, (य) १, ३, | युक्ति (ग) ३४, ३९, ४४ लौकिक (ग) ८, (त) ३२ ४, ७, ८, ९, १०, ११, | युगपत् (त) ४२, (न्या) २६ । | वचन (ग) १२, १४, (य) १४, १२, १३, १४, १५, | योग (ग) ३३, ३४, ३८, ३९,
२४ १६, १७, १८, १९, (त) १४, २२, २८, | वर्तमान (त) १, १६, १८, (न्या) २०, २५, २६, २९, ३१ (न्या) ६, २५,
५, २१, (य) २७ मुख्य (त) ४२, (य) ३, २२, २३ (य) ४, ५
वर्धमान (न्या) ३, (य) १ । मुनि (य) (न्या) २ | योगज (ग) ३३, ३५, ३७, (त) | वाक्य (ग) १२, १३, ३८, ४७, मुमुक्षु (त) ३४, (न्या) ४, १८,
२२, २८
(त) २९, ३०, ४२, ___२१, (य) ५, ६ | योगद्धि (त) २६, (न्या) १९
(न्या) २२ मुमूर्षुता (ग) ४३ | योगाभ्यास (ग) ४, १०, ४० | वाक्यभेद (ग) २८, (त) २०, २३, मूर्छा (ग) ५, (न्या) १९, २०, | योगि (ग) २१, ४० (त) ३१, (न्या) १६, २२ २१, (य) २६
(न्या) ११, (य) २७ | वाक्यार्थ (त) २३