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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir - - ३१. ज्ञान-प्रकाश ज्ञान से श्रद्धा टिकी रहती है, इसलिए ज्ञान, ज्ञानी और ज्ञान के साधनों की उपासना करनी चाहिए । बिना तत्त्वज्ञान के, अन्य ज्ञान टिक नहीं सकता । तत्त्व का ज्ञान जीवन में सुख और शांति देनेवाला है । नव तत्त्व के समूह से प्राप्त बोध जीवन का दर्शन कराता है । ज्ञान सर्व गुणों का मूल है । अंधकार में डर लगता है, प्रकाश में नहीं लगता । उसी तरह अज्ञानरूपी अंधकार जहाँ तक हमारे जीवन में है वहाँ तक हमें भय लगता है, लेकिन ज्ञानरूपी प्रकाश के आते ही हमारा भय चला जाता है । ज्ञान से स्वस्थता, शांति और समता मिलती हैं । ज्ञानप्राप्ति के लिए पहले मौन और एकांत बहुत आवश्यक होते हैं । आत्मा की खोज के लिए ज्ञान की आवश्यकता है। वस्तु को प्राप्त करने से पहले वस्तु का ज्ञान प्राप्त कर लेना चाहिए । वस्तु का ज्ञान प्राप्त कर लेने के बाद उसका उपयोग कैसे करना, उसकी क्या महत्ता है, यह मालूम होता L AND PICS ४७ For Private And Personal Use Only
SR No.008736
Book TitleSamvada Ki Khoj
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPadmasagarsuri
PublisherArunoday Foundation
Publication Year1990
Total Pages139
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Spiritual
File Size6 MB
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