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%3Dगुरुवाणी
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एक दिन कोई महात्मा आए घर पर. सासू ने कहा और कुछ नहीं चाहिए, आप जो कहें, दक्षिणा में दे दूं, परन्तु बहू को क्या बीमारी आ गई? कौन सी हवा लग गई? आप कोई ऐसा आशीर्वाद दीजिए. इसको आराम मिल जाए.
बेचारे साधु महात्मा भी भोले जैसे थे. आए. कमण्डल से पानी निकाल कर छांट दिया. उसने भी बराबर नाटक किया. बहू समझ गई कि आज मौका अच्छा है. बराबर माथा धुनने लग गई. धुनते-धुनते ज्ञान तन्तु के अन्दर एक ऐसी प्रतिक्रिया होती है. ऐसी धुन सवार हो जाती है, नशा-सा आ जाता है. उसमें बड़ा आनन्द का अनुभव करते हैं. अतिशय माथा धूनने के बाद एक लय ऐसा बन जाता है. जो तोड़ना मुश्किल होता है.
उस समय संन्यासी ने पूछा – बोल तू इसके अन्दर कौन है. सच बता. नहीं तेरा उपाय करके ही जाऊंगा. धुनते-धुनते उसी लय के अन्दर जो एक प्रकार का मानसिक नशा होता है. उसी धुन सवारी के अन्दर बहू ने कह दिया “मै इस घर से एक को लेकर के जाने वाला हूं."
"तू है कौन? क्या ले जाएगा, किसको ले जाएगा? सच बोल."
“एक उपाय है अगर मुझे निकालना हो तो.” सास ने कुछ कह दिया होगा. मन के अन्दर गांठ बांध ली. ग्रन्थि थी, सासू को चमत्कार दिखाऊं. कह दिया उसने, मौका अच्छा मिल गया, बदला लेने का, अपमान का बदला. “मेरी सास यहीं माथा मुंडा कर मुंह काला करके अगर बैठे, मेरे से माफी मांगे तो ही मै यहां से जाऊं."
सास बड़ी गंभीर थी. अगर बेटे का जीवन सुखमय रहे तो मां क्या नहीं करती, सब कुछ कुर्बान करती है. बहू अगर ठीक होती हो. ___ "मुझे कोई आपत्ति नहीं. अगर यह बाहर का प्रकोप इसमें शान्त हो जाए. इस टोटका में तो मुझे सब बर्दाश्त है. माथा मुंडाकार, मुंह काला करके बैलूं. तू कहे एक बार नहीं तीन बार माफी मांग लू." मेरे लड़के को कुछ नहीं होना चाहिए. मां का हदय कैसा वात्र व से भरा होता है, अपने बालक के प्रति. निर्णय कर लिया कि “बता तू कब आएगी?' बस. रविवार के दिन दोपहर को मैं आने वाली हूं. उस समय यह सास मुझसे माफी मागे तभी जाऊंगी. नहीं तो घर से एक अन्य को लेकर के ही जाऊंगी.” लोग ज़रा भयभीत थे आप जानते हैं. भ्रम का भत कभी निकलता ही नहीं कोई मन्त्र ही नहीं होता उसका. उपाय किया. पर पति भोलेनाथ नहीं था बड़ा चालाक, बड़ा चतुर था. वह समझ गया कि दाल में काला है. कुछ गड़बड़ी है.
साथ रहने वाले एक-दूसरे से तो परिचित थे. वह सीधे अपनी ससुराल गया और अपनी सास से कहा तुम्हारी बच्ची जब से घर आई है, हमारे घर का तो सत्यानाश कर दिया. क्या हुआ? अरे क्या पता कौन से भूत प्रेत तुम्हारे घर से लेकर आई? हमारे घर को बरबाद कर दिया. अब कहती है मेरी मां आए माथा मुंडवाए, मुंह काला करे, माफी
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