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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir गुरुवाणी अनुक्रमणिका अध्याय विषय पृष्ठ Na 85 101 122 141 160 180 202 12. 220 241 181 304 14. 15. 16. मंगलाचरण की परम्परा तथा अहंकार का विनाश आत्म-संतोष के उपाय गृहस्थ-जीवन में नैतिकता, प्रेम और द्रव्य अर्जन आत्म-विकास के सोपान : परोपकार और प्रेम ध्यान और साधना में मन की एकाग्रता सत्य और सदाचार : गृहस्थ जीवन के मूल आदर्श करूणा, त्याग और परोपकार धर्म का वास्तविक स्वरूप जीवन का आधार-शिष्टाचार क्रिया और आचार में श्रद्धा का महत्व मोक्ष का राज मार्ग (ज्ञान-दर्शन और चरित्र) संकल्प से आचार की सिद्धि आठ गुणों का चमत्कार वाक संयम सहनशीलता और प्रायश्चित तीन प्रश्नों का समाधान आत्मा की रक्षा के लिए बलिदान वाणी का व्यापार प्रेम, मैत्री और मुक्ति समाधान संवाद से, विवाद से नहीं क्रिया-सिद्धि क्रिया-विधि धर्म का मर्म आचार का मर्म ब्रह्मचर्य का मर्म काम पर विजय क्रोध पर संयम आवास का विधान कर्म का फलोदय आहार का संयम पर्युषण की साधना धर्मबिन्दु विषयानुक्रम 320 11. 18. 19. 334 353 374 391 407 427 23. 21. 444 461 476 491 507 527 544 564 585 28. 29. 30. - - For Private And Personal Use Only
SR No.008711
Book TitleGuruvani
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPadmasagarsuri
PublisherAshtmangal Foundation
Publication Year1996
Total Pages410
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size20 MB
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