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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org एक अंश से मिली थी । वह कविता यों है - The woods are lovely dark and deep But I have promises to keep And miles to go before I sleep And miles to go before I sleep Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir यह वनराशि सुन्दर प्रगाढ और गहन है । इस सुन्दरता को निरखते रहने का तथा विश्राम करने का मन होता है किंतु मुझे अपने दिये गये वचनों का पालन करना है, और सोने से पहले मुझे मीलों तक जाना शेष है । I विभ्रमो में नहीं रमने तथा जागरूक रहने का संकेत ये पंक्तिया देती है. आप भी सतत जागरूकता की प्रेरणा को ही अपने जीवन में स्थान दें । यदि कुछ अनचिता हो गया है तो उसे भूल जाए और नये सिरे से फिर उठान की ओर अग्रसर हो जाए । दुर्भाग्य का चिंतन न करें तो सौभाग्य और सुयोग निश्चय ही आपके चरण चूमेंगे। जो चूक गया, वह चूक गया, जो बढ़ गया, वह बढ़ गया । बढ़ने वाले करिश्मे पाते हैं। अपने को कम मत आंकिये। अनेक संभावनाए हर व्यक्ति में स्थित है | अपने आत्मविश्वास को विस्तार दीजिये, वे सब संभावना में यथार्थ में परिणत हो जाएगी । बात एक मात्र यही है, समय का पूर्ण सजगता के साथ उपयोग किया जाए । जो समय का सम्मान करता है, समय भी उसीका सम्मान करता है । समय की जो उपेक्षा करता है, समय भी उसकी उपेक्षा करता है। समय का महत्त्व समझ कर, श्रेष्ठ उपक्रमों में सक्रियता रखना ही सबसे उत्तम स्थिति है । कहा भी है - रात दिवस जो बीत रहे हैं, पुनः लौट नहीं आने को । नित्य पुरुषार्थ जगाना होगा, नारायण बन जाने को ॥ सतत जागृति : जीवन की सही समझ For Private And Personal Use Only -91
SR No.008701
Book TitleAdhyatma Ke Zarokhe Se
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPadmasagarsuri
PublisherAshtmangal Foundation
Publication Year2003
Total Pages194
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Sermon, & Spiritual
File Size11 MB
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