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१५ (४) चोवीशी मोटी टबासद-आ चोवीशीनी प्र थम छपायली प्रतिओ उपरांत प्र० श्रीकांतिविजयजी महाराज पासेयी आजयी दोढसो वर्षपर सुरतना भणसाठी कुटुंबे लखाबेली प्रति मळी छे आ प्रति प्रथम छपाएली चारे आवृतिओ करतां वघारे शुद्ध छे छापेली प्रतिओमां जुनी आवृति अमदाबाद श्री शांतीसागरजीना भंडारमां छे.
१६ (५) वीस विहरमानजी स्तवन ( वीसी ) - आ ग्रंथ प्रथम छपायेल छे.
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१७ (६) गतचोवीसी ( स्तवन २१) प्रथम छपाएल छे छे छेल्लां त्रण स्तवनो शोध कर्या छतां मळी शक्यां नयी कोइ महाशयना जोवामां आवेने जणावशे तो आभार थशे.
१८ (७) स्नात्रपूजा
१९ (८) नवपदजीपूजा (उलाळा ) २० (९) एकवीशप्रकारी पूजा २१ (१०) अष्टप्रकारी पूजा
ओ पादराना पुस्तक भंडारमां छे.
आ चारे ग्रंथो प्रथम
पूजा संग्रहमां छपा - एल छे तेनी जुनी हस्तलीखीत प्रति
२२ (११) वीरनिर्वाणना स्तवननी ढाळोनी एक प्रति अमदावाद विद्याशाळाना भंडारमांयी भोजक गीरधरभाइ मारफत मळी छे.
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२३ (१२) बाहुजीन स्तवननो टबो अमदावाद डेलाना उपाश्रयना भंडारमाथी मळेल छे. * बीजां ओगणीस स्तवननो eat श्रीमदे लखेलो होय एवो संभव छे पण मळेल नथी.
* डाबडा नं. ४४. बी. प्रत नं. ८ पान ७