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णामी छे. कारण के धर्मास्तिकाय पोतानामां निश्चयनये परिणमी रधुं छे, पण बीजा पांच द्रव्यमां परिणमतुं नथी. बीजुं अधर्मास्तिकाय द्रव्य पण निश्चयनये पोताना स्वरुपमां परिणमी रधुं छे, पण बीजा पांच द्रव्यमां परिणमतुं नथी. आकाशास्तिकाय पण निश्चयनये पोताना स्वरुपमांज परिणमे छे. काल द्रव्य पण निश्चय नये पोताना स्वरुपमां परिणमी रधुं छे, पण बीजा पांच द्रव्यमां निश्चयनये परिणमतुं नथी. जो निश्चयनये जीव पुद्गल द्रव्यमां परिणमेतो कोइकाले कर्म थकी रहीत थइ सिद्धिपद पामे नही. व्यवहार नये जीवनाटकीयानी पेठे एकेंद्री; बेरेंद्री; तेरेंद्री; चौरेंद्री; देवता; मनुष्य; तिर्यंच;
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