________________
( ३० ) षड् द्रव्य विचार.
अने काल, ए चार अक्रिय छे. जीव, अने पुद्गल, ए बे द्रव्य सक्रिय व्यवहार नये करीछे धर्मास्तिकाय द्रव्य ते जीव अने पुद्गल ए बे द्रव्यने पोतानी चलण सहायरूप क्रिया करतो जाय छे. तथा निश्चय नये करी अधर्मास्तिकाय पण जीव द्रव्य अने पुद्गलद्रव्यने पोतानी स्थिर सहाय गुणरुप क्रिया करतो जाय छे. तथा निश्चय नये करी आकाशास्तिकाय द्रव्य पण पोतानी अवगाहनारुप क्रिया जीव पुद्गलने करतो जाय छे. तथा निश्चय नये करी काल द्रव्य जे ते पण जीव अजीवरुप वस्तुमां पोतानी वर्तनारूप क्रिया करतो जाय है. तथा निश्चय नये करी तो जीव द्रव्य पण पोताना स्वरुपमां रमवारुप