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परिशिष्ट ]
[पर्युषण १५५१ परिशिष्ट पर्व मूळ. (पाना) हेमचंद्राचार्य कृत. रु.
१-०-० (६) १५५२ परिशिष्ट पर्व मूळ संस्कृत ) रु. २-०-० (६) १५५३ परिशिष्ट पर्व भा. १-२ जो कर्ता. हेमचंद्राचार्य वल्कल
चीरा, प्रसन्नचंद्र राजर्षि विगेरे महान पुरुषोना जीवन
चरित्र.) हिन्दी. रु. १-४-० (८८, २६१) १५५४ परिशिष्ट पर्व.
, हर्मन जेकोबी (४९) १५५५ परिशिष्ट पर्व. सभामुं. रु. १-०-० (१७, ६) १५५६ परिहार पत्र. हिन्दी. पीतांबर संवेगी. आत्मारामजी शिष्य
कमलविजयादिक तथा झवेरसागरजी शिष्य आनंदसागर चतुर्थ स्तुतिक परिहार पत्र. (५०, ७१, ४२२,
४२५) की. नथी. १५५७ परिहार प्रश्नोत्तर खंडन हिनदी. संघ समस्त साचोर. कम.
लविजयादि तिरस्कार आनं:सागर ( वदन ) मुख चपेटा. अपर नाम कमल विजयादि. आनंदसागर परि
हारोत्तर पत्र खंडन. की. नथी. (४२३, ५०) १५५८ परिहार मीमांसा. मी. जेकोबी. मेक्समुलरान, प्रति प्रे
षिता. स्तंभतीर्थे सं. १९५५ (४२४, ७१) १५५९ परीक्षा मुख, संस्कृत. प्रमेय रत्नमाला नाम्नि व्याख्या स.
हितम्. (दि.) रु. ०-८-० (५०) १५६० परोपकार. गु. (५०) १५६१ परंज्योति पंचविंशति. गु. (५०) १५६२ परंज्योति. (५०) १५६३ पर्युषणा अठाइ व्याख्यान. संस्कृत व्याख्यान.रू,०-५-.
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