________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
आगमसार.
तथा पंचमहाबत पाल्यानो पाठ आचारांग मध्ये तिहां पण हियार इत्यादिक पाठ छे ते बे ठेकाणे लाभ मानो छो तो जिनप्रतिमा ठामे ना स्याने कहो छो ? अने किहां जिनप्रतिमा पूजानो पाप कह्यो नथी अने होय तो देखाडो. तुंमे लिगुं जे भगवंते हिंसानी ना कही छे तो अमे किहां कहुर्छ जे हिंसा करवी, पण भगवंते किसे सूत्रे प्रतिमा पूजानी ना कही नथी. प्रतिमानी १७ प्रकारनी पूजा सूत्रे कही छे.तथा तुमे प्रतिमानी पूजा हिंसामें गणो छो ते इम नथी. प्रतिमानी पूजा तो विनय तथा वेयावञ्च धर्ममा छे. तथा पूजा हिंसामे गणी तो गणांगे नदीमें पडती साध्वीने साधु काढे तेमां हिंसा गणी नहीं, तथा
www.kobatirth.org
For Private And Personal Use Only