________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
आगमसार. अनित्य त्रीजो एक चोथो अनेक, पांचमो सत् , छठो असत् , सातमो वक्तव्य, आठमो अवक्तव्य, ए आठ आठ पक्ष कहे छे,
धर्मास्तिकायना चार गुण नित्य छे तथा पर्यायमां धर्मास्तिकायनो एक खंध नित्य छे. बाकीना देश प्रदेश तथा अगुरुलघु पर्याय अनित्य छे. अधर्मास्तिकायना चार गुण तथा एक लोकप्रमाण खंध नित्य छे अने एक देश, बीजो प्रदेश, त्रीजो अगुरुलघु ए त्रण पर्याय अनित्य छे. तथा आकाशास्तिकायना चार गुण तथा लोकालोकामाणखंध नित्य छे अने एक देश, बीजो प्रदेश, त्रीजो अगुरुलघु ए पर्याय अनित्य छे. तथा कालद्व्यना चार गुण नित्य छे
www.kobatirth.org
For Private And Personal Use Only