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आगमसार.
पासे बेसे ले तेमने पण संसारमां बुडावे छे एम प्रश्न व्याकरण सूत्र तथा अनुयोगद्वार सूत्रमां कां छे “ अज्जुत्थ चेव सोल समं " इत्यादि अने भगवती सूत्रमां पण कधुं छे “सुतत्थो खलु पढमो, वीओ निजुत्ति मिसओ भणिओ, इत्तो तईअणुओगो, नाणुन्नाओ जिणवरेहि " अने केटलाक एम कहे छे जे अमे सूत्र उपर * अर्थ करिये छैयें तो नियुक्ति
* श्री भगवती सूत्रमां "सुतत्थोखलु पढमो, बीओनिज्जुत्ति मिसओ भणिओ ॥ इत्तो तईयणुओगो, नाणुन्नाओजिणवरेहिं " एवी रीते आगमसारनी जूढ़ी जूढ़ी त्रण प्रतोमां लख्यं हतुं माटे में पण तेमज लख्युं छे पण बीजा ठेकाणे ए भगवतीनी साख दीधी छे तिहां तो " सुतत्यो खलु
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