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श्रीकरुणेश प्रिंटिंग प्रेस.
अक्षमालांच पुस्तकं कंबाक मंडलुंधत्ते त्रिनेत्रोहंसवाहनः १ “ ज्ञान रत्नकोशे” विश्वकर्मा चतुर्बाहु
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राजवल्लभ अध्याय १
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खेतबाडीमे.रोड, मुंबई.
यह चित्र कामके ऊपर प्रवृत्त होने का है और बाजूपर श्लोक मे जो रूप बताया है सो देव पंक्तीका है,