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* प्रासादमञ्जरी * प्रनाल विचार:-पूर्व एवं पश्चिम मुखी प्रासादके गर्भगृह के पानी की निकासी के लिये प्रनाल उत्तर दिशामें रखनी । उत्तर एवं दक्षिण मुखी प्रासाद के लिये
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सली जोक.
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के स्तंभी एवं कोणांका रुख किसी द्वार अथवा पदमें नहीं पहना चाहिये इन दोशदि का विचार करके कार्यारम्भ करना चाहिये ।।