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१८३ संपाइअवं (संपादितवान्) संपादिदवं
रूपाख्यानो 'भगवंत ( भगवत्)
भयवंत १ भगवंतो
भगवंता. (शौ० मा० पै० भगवं).
(मा० भगवते) २ भगवंतं
भगवते, भगवंता. अत्' छेडावाळां नामनां पालिरूपोः
१ भगवंत १ भगया . भगवंतो, भगवंता. २ भगवंतं
भगवंते. ३ भगवता
भगवंतेहि, भगवंतेभि. भगवंतेन ४-६ भगवतो
भगवतं, भगवंतानं. भगवंतस्स ५ भगवता, भगवंता भगवंतहि, भगवंतेभि.
भगवंतस्मा, भगवंतम्हा ७ भगवति, भगवंते भगवतेसु.
भगवंतस्मि, भगवंतम्हि सं० भगवं, भगव . भगवंतो
भगवा ( भगवंत) भगवंता.
[ जूओ पृ० १८२ 'भगवंत' नां आर्षरूपो] -जूओ पालिप्र० पृ० ११६-११७-११८ अने एनां टिप्पण,