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गामे वा णयरे वा
घ घणघाइकम्मरहिया
च चउगइभवसंभमणं चउदहभेदा भणिदा चक्खु अचक्खू ओही चत्ता अगत्तिभावं चलमलिणमगाढत्त
| गाथा| पृष्ठ ५८ १११ | जो चरदि संजदो खल
| जो ण हवदि अण्णवसो ७१ १३४ | जो दु अट्टं च रुदं च
जो दुगंछा भयं वेदं ४२ ८३ | जो दु धम्मं च सुक्कं च १७ | ३९ | जो दु पुण्णं च पावं च
| ३३ | जो दु हस्सं रई सोगं ८८ १६३ | जो धम्मसुक्कझाण५२ १०३ | जो पस्सदि अप्पाणं
| जो समो सव्वभूदेसु
| गाथा | पृष्ठ |
१४४ २८२
१४१ | २७६ । । १२९ २५५
१३२ २५८ ।
२५९ । १३० २५६
२५८ १५१ | २९७ १०९ / २०९ १२६ ।
। २४८
१३३
१४
१३१
।
छायातवमादीया छुहतण्हभीरुरोसो
४८
१२ झाणणिलीणो साहू
| १७३
१७५ |
३४३
७२ |
१२७
जं किंचि मे दुचरित्तं जदि सक्कदि कादं जे जस्स रागो दु दोसो दु जस्स सण्णिहिदो अप्पा जाइजरमरणरहियं जाणंतो पस्संतो जाणदि पस्सदि सव्वं जा रायादिणियत्ती जारिसिया सिद्धप्पा जिणकहियपरमसुत्ते जीवाण पुग्गलाणं जीवादिबहित्तच्चं जीवादी दव्वाणं | जीवाद पग्गलादो
जीवा पोग्गलकाया | जीवो उवओगमओ जुगवं वट्टइ णाणं
१९४ | ठाणणिसेजविहारा ३०२
ण १२८ २५३ | णट्ठट्ठकम्मबंधा
| २५२ | णमिऊण जिणं वीरं १७७ ३४७ | णरणारयतिरियसुरा १७२ ३३८ | ण वसो अवसो अवस
३११ णवि इंदिय उवसग्गा १३१ णवि कम्मं णोकम्म ९६ | णवि दुक्खं णवि सुक्खं
३०३ | णंताणंतभवेण स१८४ ३५९ णाणं अप्पपयासं ३८ ७४ णाणं जीवसरूवं ३३ ६७ णाणं परप्पयासं ३२ ६४ | णाणं परप्पयासं
२१ णाणं परप्पयासं १० २३ | णाणाजीवा णाणा
४७
१८५
१५ १४२ | १८० १८१ १७९ ११८ १६५ । १७० १६१ १६२ | १६४ १५६ ।
३६ २७८ ३५३ ३५५ ३५१ २३३ ३२६ ३३५ ३१८ ३२० ३२४
३०५
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