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मअ७३ (मृग) मृग-हरण मयंक (मृगाङ्क) मृगना निशान वाळो - चंद्र
पज्जुण्ण ( ( प्रद्युम्न ७४ ) पज्जुन । नामनो कृष्णनो पुत्र
प्रद्युम्न
वच्छ ( ( वत्स ७५) वत्स - बच्चुंपुत्र
}
उच्छाह (उत्साह) उत्साह रिच्छ (७६ ऋक्ष) रींछ गोतम (७७ गौतम ) गौतम गोयम) गौतम मुनि
पवंच ( प्रपख) प्रपंच
संख (शङ्ख) शंख
७०
कंटग (कण्टक) कांटो पंथ (पन्य) पंथ - मार्ग कलंब ( कदम्ब) कदंबनुं झाड सप्प (सर्प) साप
मंजर (मार्जार) मजर-बिलाडो
दुक्काल (दुष्काल) दुकाळ वम्मह (७८ मन्मथ) मनने मथनार - कामदेव
पह (प्रश्न ७९) प्रश्न
कण्ह (कृष्ण) कृष्ण- कान पण्हुअ ( प्रस्तुत ) पानो
पुव्वण्ह (पूर्वाह्न) दिवसनो पूर्व
भाग
७३ शब्दनी अंदरना प्रथम 'ऋ' नो 'अ' थाय छे:- मृग=मअ. मृगाइ-मयंक.
७४ शब्दनी आदिना ' म्न' नो 'न' के 'ण' थाय छे अने शब्दनी अंदरना ' म्न' नो 'न' के 'ण्ण' थाय छे:- प्रद्युम्न-फज्जुल, पज्जुण्ण. निम्न = निन्न, निष्ण.
७५ हस्वथी पर आवेला 'त्स' '' 'श्व' अने 'प्स' नो 'ख' थाय छे:- वत्सवच्छ. उत्साह = उच्छाह. पथ्य = पच्छ. मिथ्यामिच्छा. आश्चर्य = अच्छेर पश्चात् पच्छा. जुगुप्स - जुगुच्छ. लिप्स = लिच्छ.
७६ शब्दनी आदिना व्यंजन वगरना एकला 'ऋ' नो 'रि' थाय ऋक्ष =रिच्छ. ऋद्धि-रिद्धि.
छे:
७७
'औ' ने बदले 'ओ' वपराय छे:- गौतम गोतम, गोयम. ७८ 'न्म' नो 'म्म' थाय छे:- मन्मथ = वम्मह. मन्मन = मम्मण
७९ शब्दना 'इन' 'ण' 'स्न' 'ह' अने 'ह' नो 'ह' थाय छे:प्रश्न=पण्ह. कृष्ण = कण्ह. स्नात= ण्हाअ. प्रस्तुत = पण्हुअ. वह्नि = वहि. पूर्वाह्न = पु.